लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में बीते शुक्रवार को एक ग्राम प्रधान की हत्या और बच्चे की दुर्घटना में मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी को आग लगा दी थी जिसके बाद योगी सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए दोनों मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की राशि दिए जाने की घोषणा की है. इसके अलावा उन्होंने संबंधित थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के भी निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उनकी संपत्ति जब्त करते हुए एनएसए लगाने के निर्देश भी दिए हैं.
बता दें कि शुक्रवार को आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र में बासगांव के प्रधान सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम को घर से बुला गोलियों से भून दिया गया था. इसके बाद हत्या की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी से एक बच्चे की कुचल कर मौत हो गई.
दोनों घटनाओं से ग्रामीण भड़क गए और बोंगरिया पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान आसपास खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई और पुलिस पर पथराव भी हुआ. इसके बाद पुलिस ने भी हवाई फायरिंग की.
सूत्रों के मुताबिक, अंधेरा होने के चलते पुलिस को भीड़ पर काबू पाने में दिक्कत आई. लेकिन कुछ घंटे बाद पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया.
आजमगढ़ के बांसगाँव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते पप्पू की स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या में नृशंस हत्या व 1अन्य की कुचलकर मौत की खबर अति-दुःखद। यूपी में दलितों पर इस प्रकार की हो रही जुल्म-ज्यादती व हत्या आदि से पूर्व की सपा व बीजेपी की वर्तमान सरकार में फिर क्या अन्तर रह गया है?
— Mayawati (@Mayawati) August 15, 2020
इस घटना पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘आजमगढ़ के बांसगांव में दलित प्रधान सत्यमेव जयते पप्पू की स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या में नृशंस हत्या और एक अन्य की कुचलकर मौत की खबर अति-दु:खद है. यूपी में दलितों पर इस प्रकार हो रही जुल्म-ज्यादती व हत्या आदि से पूर्व की सपा व बीजेपी की वर्तमान सरकार में क्या अंतर रह गया है?’
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