नई दिल्ली: ओलंपिक में नौ साल बाद भारत को मुक्केबाजी में पदक दिलाने वाली भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन भले ही देश को गोल्ड मेडल नहीं दिला पाई हों लेकिन टोक्यो में खेल के दौरान पहना गया उनका ग्लव्स जरूर इतिहास रचने जा रहा है.
मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन द्वारा टोक्यो ओलंपिक खेल के दौरान इस्तेमाल किए गए दस्तानों के लिए अभी तक 1.92 करोड़ रुपये की बोली लग चुकी है. उनके दस्तानों की कीमत 80 लाख रुपये रखी गयी थी.
सिर्फ लवलीना ही नहीं टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले नीरज चोपड़ा के भाले की बोली 1.55 करोड़ रुपये लगी है. इस भाले की बोली एक करोड़ रुपये से शुरु हुई.
संस्कृति मंत्रालय द्वारा शुरु की गई ई-नीलामी में ओलंपिक और पैरालंपिक खेल प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं द्वारा इस्तेमाल किए गए सामान आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. और अभी तक इन्हीं की सबसे अधिक बोली लग रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों और स्मृतिचिह्नों के साथ शुक्रवार को थर्ड एडीशन शुरू किया गया. बता दें कि यह ई-नीलामी 17 सितंबर से शुरू होकर सात अक्टूबर तक चलेगी. इस नीलामी में 1330 मेमेंटो रखे गए हैं.
पीएम को मिले गिफ्ट को नीलाम किए जाने की परंपरा वर्ष 2019 में शुरू की गई थी उस दौरान 2772 उपहारों की नीलामी की गई थी. इस दौरान नीलामी के जरिए 15 करोड़ 13 लाख रुपए जुटाए गए थे. 2019 में भी नीलामी राशि नमामि गंगे मिशन को समर्पित की गई थी. उसी तर्ज पर इस बार भी इस नीलामी से एकत्रित की गई राशि भी नमामि गंगे मिशन को ही समर्पित की जाएगी.
अकसर ही गंगा को सांस्कृतिक गौरव और आस्था का प्रतीक बताने वाले पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जो इस तरह पीएम को मिले उपहारों की नीलामी में एकत्रित राशि को देश के किसी काम में लगा रहे हैं.
ई-नीलामी में ओलम्पिक और पैरालम्पिक पदक विजेताओं की खेल सामग्रियों और उपकरणों के अलावा इसका केंद्र अयोध्या राम मंदिर, चार धाम और रूद्राक्ष सम्मेलन केन्द्र की प्रतिकृतियां भी बनी हुई हैं. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसकी कितनी बोली लगाई गई है लेकिन अयोध्या राम मंदिर का रेपलिका भी लोगों को खूब भा रहा है. इसके साथ पीएम को देश विदेश में मिली मूर्तियां, पेंटिंग, मॉडल,और अन्य उपहार भी शामिल किए गए हैं.
.@MinOfCultureGoI आज से पीएम @narendramodi जी को मिले उपहारों और स्मृति-चिन्हों की ई-नीलामी करेगा।
ई-नीलामी से होने वाली आय नमामि गंगे मिशन को दी जाएगी।
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— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) September 17, 2021
अंगवस्त्र, बैडमिंटन से लेकर तलवार तक
टोक्यो पैरालंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर और रजत पदक विजेता एस एल यथीराज के रैकेटों की बोली दिन में 10 करोड़ रुपये की लगी थी लेकिन शाम में बोली की समीक्षा करने पर वे फर्जी पाए गए. अभी तक नागर और यथीराज के बैडमिंटन रैकेट के लिए अधिकतम बोली क्रमश: 80 लाख रुपये और 50 लाख रुपये की लगी है.
तलवारबाज सी ए भवानी देवी की तलवार की भी बोली इसके कम से कम तय मूल्य के बराबर 60 लाख रुपये की लगी है. ओलंपिक की तलवारबाजी स्पर्धा में क्वालीफाई करने वाली देवी पहली भारतीय हैं.
टोक्यो पैरालंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतनेवाले सुमित अंतिल द्वारा सिग्नेचर किए गए भाला पर 1,00,08,000 रुपये की बोली लगी है. इसकी कीमत एक करोड़ रखी गई है.
शूटिंग स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले मनीष नरवाल के चश्मे की दिन में 95.94 लाख रुपये की बोली लगी थी लेकिन शाम में समीक्षा के दौरान यह 20 लाख रुपये हो गई.
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