नई दिल्ली: पटना में महिला एवं बाल विकास निगम ने विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया. समाज कल्याण विभाग की सचिव और निगम की प्रबंध निदेशक बंदना प्रेयषी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मासिक धर्म एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसे समझना और स्वीकारना सभी के लिए ज़रूरी है. उन्होंने ज़ोर दिया कि माहवारी के दौरान महिलाएं क्या करेंगी, इसका फैसला आम लोग नहीं, बल्कि महिलाएं खुद करेंगी.
उन्होंने जानकारी दी कि बिहार के सभी स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने की योजना पर तेज़ी से काम हो रहा है. अब तक 209 स्कूलों, कार्यालयों और पार्कों के महिला शौचालयों में ये मशीनें लगाई जा चुकी हैं. साथ ही मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत 22 लाख 58 हजार 425 बालिकाओं को सालाना ₹300 सेनेटरी नैपकिन खरीदने के लिए दिए जा रहे हैं.
बंदना प्रेयषी ने यह भी बताया कि बुधवार और गुरुवार को दोपहर 12 से 3 बजे तक कोई भी महिला 181 नंबर पर कॉल करके विशेषज्ञ डॉक्टरों से नि:शुल्क परामर्श ले सकती है.
कार्यक्रम में नारी गुंजन की संस्थापक सुधा वर्गीज़ ने किशोरियों के मानसिक और शारीरिक बदलाव पर बात करते हुए कहा कि शिक्षक और अभिभावक उन्हें सही दिशा दिखा सकते हैं. यूनिसेफ के वॉश विशेषज्ञ प्रभाकर सिन्हा ने कार्यक्रम को सामाजिक चेतना का हिस्सा बताया। आयोजकों ने छात्राओं को फिल्म ‘पैडमैन’ भी दिखाई.
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