नई दिल्ली: टोक्यो पैरालंपिक में भारत की अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल मैच में स्वर्ण पदक जीता है. वहीं योगेश कठुनिया ने डिस्कस थ्रो एफ56 में सिल्वर मेडल जीता है.
भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने अवनि लेखरा को पदक जीतने पर बधाई दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर अवनि लेखरा को बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘मेहनत से जीते गए इस गोल्ड मेडल के लिए बधाई. ये भारतीय खेलों के लिए खास मौका है. भविष्य के लिए शुभकामनाएं.’
Phenomenal performance @AvaniLekhara! Congratulations on winning a hard-earned and well-deserved Gold, made possible due to your industrious nature and passion towards shooting. This is truly a special moment for Indian sports. Best wishes for your future endeavours.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2021
अवनि लेखरा के दादा जीआर लेखरा ने कहा, ‘मेरे लिए इससे बड़ी और कोई खुशी नहीं हो सकती. ये उसकी मेहनत का नतीजा है. मैं उम्मीद करता हूं कि वो 50 मीटर शूटिंग प्रतिस्पर्धा में भी गोल्ड मेडल जीतेगी.’
टोक्यो पैरालंपिक में अवनि ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है. अवनि ने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा. यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता.
अवनि से से पहले भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) तथा मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक जीते थे.
आठ साल की उम्र में लकवाग्रस्त होने वाले योगेश ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 44.38 मीटर चक्का फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया. ब्राजील के बतिस्ता डोस सांतोस ने 45.59 मीटर के साथ स्वर्ण जबकि क्यूबा के लियानार्डो डियाज अलडाना (43.36 मीटर) ने कांस्य पदक जीता.
भारत का यह टोक्यो पैरालंपिक खेलों में तीसरा रजत पदक है. रविवार को महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और ऊंची कूद के एथलीट निषाद कुमार ने रजत पदक जीते लेकिन विनोद कुमार का चक्का फेंक की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक उनके क्लासीफिकेशन को लेकर विरोध दर्ज होने के कारण रोक दिया गया.
यह भी पढ़ें: ‘हर जोर जुल्म की टक्कर में हड़ताल हमारा नारा है’- कैसे राज कपूर के ‘पुश्किन’ बन गए गीतकार शैलेंद्र