टना, 17 जून (भाषा) अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर में तोड़फोड़ की जिसके बाद जायसवाल ने दावा किया कि उन्होंने कई हमलावरों की पहचान की है जो सेना में भर्ती के इच्छुक उम्मीदवार नहीं थे और वे उनके परिसर को उड़ाने के इरादे से आए थे।
जायसवाल ने पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया में पत्रकारों से कहा, ‘‘यहां मेरे घर पर एक सुनियोजित साजिश के तहत हमला किया गया था। पथराव किया गया और घर में डीजल डालकर आग लगाने का प्रयास किया गया। भीड़ एक सिलेंडर बम भी पीछे छोड़ गया है जिससे यह पता चलता है कि वे स्पष्ट रूप से इमारत को उड़ाने का इरादा रखते थे । ’’
बिहार सरकार में भाजपा के शामिल रहने के बाद भी नीतीश कुमार सरकार के तीखे आलोचक रहे बेतिया से लोकसभा सांसद जायसवाल ने प्रशासन की ओर से पर्याप्त सतर्कता की कमी पर अफसोस जताया।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि मेरे घर पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। प्रशासन इनकी जांच कर रहा है और उम्मीद है कि यह उचित कार्रवाई करेगा। मैं खुद घर के अंदर था और मैंने कम से कम 100 हमलावरों की पहचान कर ली है। उनमें से कोई भी सेना में भर्ती का इच्छुक उम्मीदवार नहीं था।’’
इससे पहले बेतिया में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर में भी भीड़ ने तोड़फोड़ की थी, हालांकि वह पटना में थीं।
रेणु देवी ने आरोप लगाया, ‘‘बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी विपक्षी दलों द्वारा उकसाए गए गुंडों की करतूत है। भाजपा नेताओं पर लक्षित हमले क्या बताते हैं । बेतिया में मेरे घर पर हमला किया गया। खिड़की के शीशे और अंदर खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि अंदर बैठे लोगों में से कोई घायल नहीं हुआ। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के एक भाई के पेट्रोल पंप में भी तोड़फोड़ की गई है।’’
पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी शहर से सटे भाजपा विधायक विनय बिहारी के वाहन पर भी हमला हुआ। विधायक बाल-बाल बच गए लेकिन कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। भीड़ ने मधेपुरा जिले में भाजपा कार्यालय को भी आग के हवाले कर दिया गया है।
पिछले दिन नवादा में पार्टी के कार्यालय में आग लगा दी गई थी। वहां एक विधायक अरुणा देवी भी घायल हो गई थीं जब उनकी कार पर पथराव किया गया था।
जायसवाल ने सशस्त्र बलों में भर्ती की नई योजना के खिलाफ अशांति के लिए अफवाहों को दोषी ठहराते हुए कहा कि यह पहले ही घोषित किया जा चुका है कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा भर्ती में उन्हें वरीयता दी जाएगी तथा कई राज्यों ने पुलिस में भी यही पेशकश की है। उन्होंने कहा कि बिहार में विशेष कार्य बल की व्यवस्था पहले से ही है जिसमें पूर्व सैनिक शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में सशस्त्र बलों में इसी तरह की व्यवस्था रही है।
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राजकुमार
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