श्रीनगर, 30 अप्रैल (भाषा) हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने बुधवार को कहा कि उत्तराखंड के मसूरी में पुलिस के सुरक्षा गारंटी देने से इनकार किए जाने के बाद कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर हुआ हमला बहुत परेशान करने वाला है।
मीरवाइज ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मसूरी में कश्मीरी शॉल विक्रेताओं पर शारीरिक हमला किए जाने और उनकी सुरक्षा की गारंटी देने से पुलिस द्वारा इनकार किए जाने पर उनका वहां से भागने को मजबूर होना… यह बहुत परेशान करने वाला है। कश्मीर में बड़े पैमाने पर लोगों को हिरासत में लिया जाना, घरों को ध्वस्त करने और कार्रवाई के बाद, देश के अन्य हिस्सों से कश्मीरियों को फिर चाहे वह आम नागरिक हों, छात्र हों या फिर छोटे व्यापारी, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और जम्मू कश्मीर वापस जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
वह पिछले सप्ताह हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में काम कर रहे कश्मीरियों के उत्पीड़न की घटनाओं का जिक्र कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘कई दशकों से सभी प्रकार की हिंसा और उसके परिणामस्वरूप होने वाली पीड़ा को झेलने वाले कश्मीरियों की पहलगाम हत्याकांड के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति और दुख सीधे दिल से है, फिर भी उन्हें बदनाम किया जा रहा है और निशाना बनाया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत के लोगों से अपील करता हूं कि वे कश्मीरियों के प्रति अविश्वास पैदा करने वाली नफरत और मीडिया के दुष्प्रचार का शिकार न बनें, बल्कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करें।’’
मीरवाइज ने कहा कि जम्मू कश्मीर के अंदर और बाहर कश्मीरियों को दी जा रही ‘सामूहिक सजा’ ‘अन्यायपूर्ण और अमानवीय’ है।
भाषा यासिर मनीषा
मनीषा
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