हैदराबाद, 23 दिसंबर (भाषा) हैदराबाद की एक अदालत ने सोमवार को तेलुगु अभिनेता अल्लू अर्जुन के आवास पर कथित रूप से तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए छह लोगों को जमानत दे दी, वहीं पुलिस ने घटना के एक दिन बाद अभिनेता के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है।
इस घटना से राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के साथ मिलकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला और कहा कि हमलावरों में से कुछ मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के विधानसभा क्षेत्र कोडंगल से हैं।
इस बीच पुलिस सूत्रों ने बताया कि तेलुगु अभिनेता को चार दिसंबर को ‘पुष्पा-2’ की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ के मामले की जांच के तहत मंगलवार को पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी और उसका आठ वर्षीय बेटा घायल हो गया था।
उन्होंने बताया कि अभिनेता को 24 दिसंबर को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा गया है।
अल्लू अर्जुन ने पहले कहा था कि वह जांच में सहयोग करेंगे।
यह नोटिस पुलिस आयुक्त सी वी आनंद द्वारा थिएटर में हुई घटना का वीडियो जारी करने के एक दिन बाद आया है।
इससे पहले उस्मानिया यूनिवर्सिटी-ज्वाइंट एक्शन कमेटी (ओयू-जेएसी) के सदस्य होने का दावा करने वाले छह लोगों ने रविवार शाम को अर्जुन के आवास पर फूलों के गमलों को क्षतिग्रस्त करने और टमाटर फेंकने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें सोमवार को जमानत मिल गई। रविवार को मुख्यमंत्री रेड्डी ने हमले की निंदा की थी और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) तथा शहर के पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सख्ती बरतने का निर्देश दिया था।
बीआरएस नेता टी हरीश राव ने इस घटना को शासन की पूर्ण विफलता करार दिया, जबकि भाजपा की लोकसभा सदस्य डी के अरुणा ने दावा किया कि 42 वर्षीय अभिनेता के घर में तोड़फोड़ करने वालों में से चार लोग के कोडंगल से हैं।
उन्होंने कहा, ‘इससे संदेह पैदा हो रहा है कि क्या यह कांग्रेस की साजिश थी।’
हालांकि सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप का खंडन किया है। कांग्रेस सांसद चामला किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि केवल कुछ तस्वीरें दिखाकर तोड़फोड़ करने वालों को कांग्रेस पार्टी से जोड़ना गलत है।
उन्होंने कहा कि घटना के आरोपियों ने अन्य पार्टियों के नेताओं के साथ भी तस्वीरें खिंचवाई हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमें नहीं पता कि उन्होंने तोड़फोड़ क्यों की। हम उन्हें भड़काकर क्यों भेजते।’
पंचायत राज मंत्री डी अनसूया सीताक्का ने आरोप लगाया कि बीआरएस और भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की जान चली गई और दूसरा जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘बीआरएस नेता सत्ता में होने पर और सत्ता से बाहर होने पर अलग-अलग व्यवहार करते हैं। बीआरएस के लोगों ने (राज्य आंदोलन के दौरान) फिल्मी लोगों पर पत्थर फेंके थे। क्या उन्होंने तब फिल्म उद्योग के बारे में नहीं सोचा? क्या हम यह कह रहे हैं कि फिल्म उद्योग को (राज्य) छोड़ देना चाहिए।’
इस बीच, ‘पुष्पा-2’ के निर्माताओं ने सोमवार को उस महिला के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी, जिसकी चार दिसंबर को सिनेमाघर में फिल्म के प्रदर्शन के दौरान भगदड़ में मौत हो गई थी।
निर्माता नवीन येरनेनी उस अस्पताल में गये जहां पीड़ित के आठ वर्षीय बेटे का इलाज हो रहा था तथा उन्होंने परिवार को एक चेक सौंपा।
भाषा
योगेश संतोष
संतोष
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