नई दिल्ली: शनिवार देर रात गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन शूटरों ने ‘मेड इन तुर्की’ 30 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया. इसकी जानकारी दिप्रिंट को यह जानकारी मिली है. अभी तीनों शूटर पुलिस की हिरासत में हैं.
यूपी पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि इसमें से एक ने ज़िगाना एफ (स्वचालित) और एक ने गिरसन 9 एमएम पैराबेलम (रिगार्ड एमसी) पिस्टल का इस्तेमाल किया जो बताता है कि यह एक बड़े गिरोह का काम है.
उन्होंने कहा, ‘ये कोई खूंखार गैंगस्टर नहीं हैं, बल्कि छोटे-मोटे अपराधी हैं, जिनकी इन हथियारों तक पहुंच नहीं हो सकती थी. यह निश्चित है कि वे एक गिरोह में शामिल थे और हत्याओं को अंजाम देने का काम करते थे. उन्हें ये हथियार किसने मुहैया कराए गए थे, हम उनसे इस संबंध में पूछताछ कर रहे हैं.’
सूत्रों के मुताबिक, लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह नाम के तीनों छोटे-मोटे अपराधी हैं और इनकी उम्र 17 से 20 साल के बीच है. मौर्य जहां कासगंज, वहीं लवलेश बांदा और रोहित यूपी के हमीरपुर का रहने वाला है.
शूटरों में से एक के खिलाफ हत्या का मामला पहले से दर्ज है और दूसरे पर छेड़खानी का मामला दर्ज है. सूत्र ने कहा कि पुलिस अभी भी शूटरों के आपराधिक इतिहास और उनकी पिछली संलिप्तता को खंगालने की प्रक्रिया में है.
‘हत्या से 48 घंटे पहले होटल में चेक किया था’
सूत्र ने कहा कि तुर्की निर्मित यह दो स्वचालित पिस्टल संगठित गिरोहों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं. उनकी तस्करी की जाती है, वे बहुत महंगे नहीं होते हैं और उन्हें संभालना आसान होता है. इससे एक बार में करीब 15 गोलियां दाग सकते हैं.
पुलिस सूत्र के मुताबिक, पिस्तौल निकालने से पहले तीनों पत्रकार के भेष में अतीक के करीब आए थे.
सूत्र ने कहा, ‘इसमें से एक व्यक्ति कैमरा पकड़े हुए था, तो दूसरा माइक के साथ खुद को पत्रकार के रूप में प्रस्तुत कर रहा था. उसके माइक पर एनसीआर न्यूज का लेबल लगा हुआ था. तीसरा व्यक्ति सिर्फ उनकी सहायता कर रहा था.’
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि इस घटना में एक कांस्टेबल और एक शूटर भी घायल हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘एक पुलिसकर्मी और एक शूटर भी गोली लगने से घायल हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. एक बार जब वे ठीक हो जाए तो हम उनका बयान लेंगे. हमने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है.’
सूत्रों ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि तीनों ने ‘अपराध से 48 घंटे पहले प्रयागराज के एक होटल में चेक इन किया था, और उसकी तलाशी ली जा रही है’.
(संपादन: ऋषभ राज)
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