नई दिल्ली: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में गोली मारकर हत्या करने के बाद रविवार को हमलावरों में से एक के पिता ने कहा कि उनका बेटा बेरोजगार और नशे का आदी था.
अतीक और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले शूटर लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने अपने बेटे को टीवी पर देखा था. उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि लवलेश कैसे प्रयागराज पहुंचा और कब से वहां रह रहा था.
उन्होंने कहा, ‘हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वह वहां कैसे पहुंचा और हमें उससे कोई मतलब नहीं था…वह एक ड्रग एडिक्ट है…हम उसके बारे में कुछ नहीं जानते.’
यज्ञ तिवारी ने बताया कि उस पर पहले से ही एक केस भी चल रहा है और उसका परिवार से कोई लेना देना नहीं है.
उधर, इस अपराध में शामिल एक और शूटर सनी सिंह के भाई पिंटू सिंह ने कहा, ‘वह इधर-उधर घूमता था और कोई काम नहीं करता था. हम अलग रहते हैं और नहीं जानते कि वह अपराधी कैसे बन गया. हमें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है.’
शनिवार देर रात को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान शूटर्स, पत्रकार बन कर आए थे और पुलिस सुरक्षा में टीवी इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अतीक और उसके भाई पर गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस दौरान शूटर्स ने ‘जय श्री राम’ के नारे भी लगाए. इस घटना में एक पत्रकार भी गिरकर घायल हो गया था और एक कांस्टेबल को गोली लगी थी.
तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक तीनों हमलावरों की पहचान कासगंज के अरुण मौर्य, बांदा के लवलेश तिवारी और हमीरपुर के रोहित उर्फ सन्नी के रूप में हुई है. इनके पास से तीन पिस्टल भी बरामद हुई है.
‘बड़े माफिया बनना चाहते थे’
रविवार को पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी पिछले 48 घंटे से प्रयागराज के एक होटल में ठहरे हुए थे. फिलहाल पुलिस होटल की जांच कर रही है और सुबह से छापेमारी की जा रही है.
प्रयागराज पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने कहा कि वे बड़े माफिया बनना चाहते थे और इस तरह हत्याओं को अंजाम दिया. हालांकि, पुलिस अभी इन बयानों पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर रही है, क्योंकि उनके बयान एक-दूसरे के विपरीत हैं.
इस दौरान प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का भी आदेश दिया.
एक अधिकारी ने कहा, ‘यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया. उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया. सीएम ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का भी आदेश दिया है.’
घटना स्थल पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची और नमूने एकत्र कर लिए गए हैं.
अतीक 2005 में बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या और इस साल फरवरी में इसके मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या में भी आरोपी था.
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