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Thursday, 28 March, 2024
होमदेश'पुलिस हटाओ, फिर हम आपको दिखाएंगे': दिल्ली में एक हिंदू कार्यक्रम में युवक की मौत का बदला लेने का आह्वान

‘पुलिस हटाओ, फिर हम आपको दिखाएंगे’: दिल्ली में एक हिंदू कार्यक्रम में युवक की मौत का बदला लेने का आह्वान

पिछले महीने शादीपुर में एक युवक की कथित तौर पर मौत के बाद शनिवार को इलाके में 'आक्रोश महापंचायत' का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने मुसलमानों के खिलाफ 'हिंदुओं को एकजुट होने' का आह्वान किया.

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नई दिल्ली: शनिवार दोपहर 12 बजे है. दोपहर की तेज धूप में भी सैकड़ों लोग एक मंच के आसपास जमा हैं. ड्रोन कैमरे ऊपर की ओर चक्कर काट रहे हैं तो वहीं कुछ लोग भीड़ को खाना और पानी बांटने में व्यस्त हैं.

मंच पर भगवा कपड़े पहने एक व्यक्ति ‘हिंदुओं को एकजुट करने’ का आह्वान कर रहा है. उसके पीछे एक पोस्टर लगा है, जिस पर लिखा है ‘हिंदू को जगाओ, हिंदुओं को बचाओ, हिंदुओं संभलो.’

‘क्या भारत एक हिंदू राष्ट्र है.’ भगवा वस्त्र पहने व्यक्ति ने हिंदी में सवाल किया.

वहां मौजूद भीड़ तेज आवाज में चिल्लाती है- ‘हां’

खुद को योगी उमेश पुरी महाराज बताने वाला यह शख्स मंच पर खड़े होकर जोर से कहता है, ‘एक मिनट के लिए पुलिस हटाओ, तो बताते हैं क्या कर सकते हैं’. दिल्ली पुलिस और केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल के कई पुलिसकर्मी वहां तैनात खड़े थे.

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वह जिस सभा को संबोधित कर रहे हैं वो दिल्ली के मध्य में स्थित शादीपुर में आयोजित की जा रही थी.

दरअसल हिंदू संगठनों ‘सर्व समाज जागरण समिति’, ‘विश्व हिंदू परिषद’ और ‘बजरंग दल’ ने कथित तौर पर दिल्ली में पिछले महीने एक युवक की हत्या के जवाब में शनिवार को यहां एक ‘आक्रोश महापंचायत’ का आयोजन किया था.

16 अक्टूबर को दिल्ली के शादीपुर में रहने वाले 27 साल के नितेश, बजरंग दल के कार्यकर्ता की सेंटर दिल्ली के रंजीत नगर में तीन लोगों के साथ कथित रूप से विवाद के बाद मौत हो गई थी.

पुलिस ने घटना के किसी भी सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया है. लेकिन शनिवार की महापंचायत में नेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि हत्या के पीछे एक ‘सुनियोजित साजिश’ थी.

महापंचायत के अध्यक्ष ने आम आदमी पार्टी के ओखला विधानसभा सदस्य का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘नितेश की हत्या करने वाले ‘भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहते हैं और उसके लिए कौन काम कर रहा है? अमानतुल्ला खान उसके लिए काम कर रहे हैं.’

नितेश की मां शनिवार के कार्यक्रम में शामिल होने वालों में से एक थीं.

यह कार्यक्रम हरिद्वार में एक धर्म संसद में अभद्र भाषा के भाषण के इस्तेमाल और दिल्ली में हिंदू युवा वाहिनी द्वारा आयोजित एक अन्य कार्यक्रम के बाद आयोजित किया गया है. जिन्हें हुए अभी एक साल नहीं बीता है.

गौरतलब है कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों और पुलिस को आधिकारिक शिकायत की प्रतीक्षा किए बिना अभद्र भाषा इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ स्वत: कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.


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‘हिंदू राष्ट्र’ और ‘साजिश’

शनिवार को उमेश पुरी ने दावा किया कि लव जिहाद के नाम पर मुसलमान युवा लड़कियों को फंसाते हैं.

उमेश ने कहा, ‘मुसलमान भारत में सबसे सुरक्षित हैं. दुर्भाग्य से हिंदू नहीं हैं.’

इस कार्यक्रम में जिन विषयों पर चर्चा की गई उनमें ‘बढ़ती मुस्लिम आबादी’, ‘जनसंख्या विधेयक’ और ‘समान नागरिक संहिता’ जैसे मुद्दे शामिल थे.

A poster at 'Aakrosh Mahapanchayat' in Shadipur | Amogh Rohmetra | ThePrint
दिल्ली के शादीपुर में आक्रोश महापंचायत में लगा पोस्टर | फोटो: अमोघ रोहमेत्रा/दिप्रिंट

उमेश ‘जय श्री राम’ के लगातार नारों के बीच आम आदमी पार्टी पर अपना हमला बोलते रहे थे.

उन्होंने पूछा, ‘क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री हैं या मुसलमानों के एजेंट हैं?’

उन्होंने कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात, केंद्र में हमें मोदी जी की सरकार बनाए रखने की जरूरत है. वह एक अच्छे इंसान है. उन्होंने राम मंदिर, अनुच्छेद 370 को हटाना, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को बनाने जैसे कई निर्णय लिए. अगर हम अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं, तो हमें एक हिंदुत्ववादी सरकार लाने की जरूरत है. हम हिंदू विरोधी सरकार के खिलाफ हैं.’

पालम 360 खाप के प्रमुख और कार्यक्रम में एक अन्य वक्ता चौधरी भूपेन सिंह ने ‘नीतेश की मौत का बदला लेने’ का वादा किया.

उन्होंने मुसलमानों का जिक्र करते हुए कहा, ‘हम चाहते हैं कि हमारी आवाज भारत सरकार तक पहुंचे. अब हमें इन टोपीवालों को बर्दाश्त करने की जरूरत नहीं है.’

आरएसएस के एक स्थानीय नेता और कार्यक्रम में एक अन्य वक्ता सतीश मखीजा ने ‘जनसंख्या विधेयक’ और ‘समान नागरिक संहिता’ का आह्वान करते हुए कहा कि ‘रोहिंग्याओं की तरह अवैध प्रवास भी एक चिंता का विषय है’

उन्होंने दावा किया, ‘हिमालय से लेकर हिंद महासागर तक, सभी हिंदू हैं. हमारा समाज एक है. देश एक है. ये हिंदू राष्ट्र है.’

वह आगे कहते हैं, ‘पसमांदा मुसलमानों में पचहत्तर फीसदी धर्मांतरित लोग हैं. उन्हें गुमराह किया गया और मुसलमान बना दिया गया.’

‘पसमांदा मुस्लिम’ एक ऐसा शब्द है जो उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्होंने दूसरे धर्मों से परिवर्तित होकर इस्लाम अपनाया है. इसमें दलित और बैकवर्ड मुस्लिम आते हैं.

जनसंख्या नियंत्रण विधेयक, जो लंबे समय से कई भाजपा नेताओं की मांग है, का उद्देश्य दंपत्तियों को दो से अधिक बच्चे पैदा करने से रोकना है.

हिंदू संगठनों का दावा है कि विधेयक मुस्लिमों की बढ़ती आबादी को रोकने में मदद करेगा. जबकि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों बताते हैं कि मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि में 2001 और 2011 के बीच 24.6 फीसदी की गिरावट आई है , जो 1991 और 2001 के बीच 29.52 फीसदी थी.

कार्यक्रम में बोलने वालों में नीतेश की मां भी शामिल थीं.

उन्होंने कहा, ‘मेरी तरह किसी भी मां को रोने न दें.’


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दिल्ली पुलिस पर हमला

दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के वहां तैनात होने के बावजूद वक्ताओं ने खुलेआम उन्हें लताड़ा.

विश्व हिंदू परिषद के एक स्थानीय नेता सुरेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने यहां आने वालों को डराने की कोशिश की. हमें डराने की कोशिश मत करो’

नेता ने कहा, ‘देश की अंधी अदालतों को भी यह देखने की जरूरत है कि क्या हो रहा है. अगर आप हमें रोकने की कोशिश करेंगे, तो अगली महापंचायत दिल्ली पुलिस मुख्यालय में होगी,’ उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी दिल्ली नगरपालिका चुनाव ‘हिंदुओं का चुनाव’ होगा.’

कार्यक्रम के आयोजक उदय सिंह ने मुसलमानों को उनके मताधिकार से वंचित करने के लिए कहा. वह कहते हैं, ‘विभाजन हुआ (1947 में). एक भाई वहां है, दूसरा यहां है. सही मायने में उन्हें (मुसलमानों को) वोट देने का अधिकार भी नहीं होना चाहिए.’

संयोग से 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की 30वीं बरसी है.

(अनुवाद: संघप्रिया मौर्य | संपादन: कृष्ण मुरारी)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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