गुवाहाटी, 22 अगस्त (भाषा) प्रतिभाशाली बालक ज्ञान भुइयां ने मंगलवार को लंदन के विशिष्ट ‘रॉयल कॉलेज ऑफ म्यूजिक’ (आरसीएम) की अपनी यात्रा का वर्णन करते हुए कहा, “कोई भी संगीत को एक पेशे के रूप में नहीं चुन सकता है, यह आपको चुनता है”।
गुवाहाटी के एक सांस्कृतिक परिवार से आने वाले 19 वर्षीय ज्ञान भारतीय संगीत परंपरा के उन छात्रों में से एक है, जिन्हें दुनिया के महान संगीत विद्यालयों में से एक में अध्ययन करने का मौका मिल रहा है।
सुरीली आवाज के धनी ज्ञान भुइयां संगीत स्नातक के दूसरे वर्ष में है और उसके बाद स्नातकोत्तर कार्यक्रम में शामिल होने की योजना बना रहे हैं।
देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने मंगलवार को आरसीएम में पढ़ाई के लिए भुइयां को शिक्षा ऋण देने की घोषणा की, जिसे 1883 में तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स (बाद में एडवर्ड सप्तम) द्वारा खोला गया था।
एसबीआई द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान छात्र ने कहा, “आरसीएम एक अत्यधिक चयनात्मक संस्थान है। यह खुद को विशिष्ट मानता है, लेकिन अभिजात्य नहीं। आरसीएम का एक महान इतिहास और विरासत है। इस विश्व स्तरीय संस्थान का हिस्सा बनना खुशी की बात है।”
भुइयां गुवाहाटी के एक निजी स्कूल से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद आरसीएम में शामिल हो गए। वह दुर्लभ भारतीय प्रतिभाओं में से एक हैं, और कई वर्षों के बाद पहली बार प्रतिष्ठित संस्थान में जगह बनाई है।
भाषा प्रशांत दिलीप
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