नई दिल्ली: असम सरकार ने शनिवार को राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए एक ड्रेस कोड लाने की अधिसूचना जारी की और जींस एवं लेगिंग पर प्रतिबंध लगा दिया. राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने पुरुष और महिला दोनों शिक्षकों को स्कूलों में टी-शर्ट, जींस, लेगिंग आदि नहीं पहनने को कहा है.
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि एक शिक्षक से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सभी प्रकार की शालीनता का उदाहरण बनने की अपेक्षा की जाती है, इसलिए एक ड्रेस कोड का पालन करना आवश्यक हो गया है.
अधिसूचना में कहा गया कि “शिक्षण संस्थानों के कुछ शिक्षकों को अपनी पसंद के कपड़े पहनते हुए पाया गया हैं जो कभी-कभी जनता को बड़े पैमाने पर स्वीकार्य नहीं लगती है. इसलिए एक ड्रेस कोड का पालन करना आवश्यक हो गया है जो कार्यस्थल पर मर्यादा, शालीनता, व्यावसायिकता और उद्देश्य की गंभीरता को दर्शाता हो.”
विभाग ने शिक्षकों को यह भी निर्देश दिया कि पुरुष और महिला दोनों शिक्षकों को साफ-सुथरे, शालीन और सभ्य रंगों के कपड़े पहनाए जाएं, जो आकर्षक न दिखें. कैजुअल और पार्टी परिधानों से सख्ती से बचना चाहिए.
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव नारायण कोंवर द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि ” उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, स्कूल शिक्षा विभाग में सरकार सभी शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के लिए निम्नलिखित ड्रेस कोड निर्धारित करती है. पुरुष शिक्षकों को केवल उचित औपचारिक पोशाक (औपचारिक शर्ट-पैंट और आकस्मिक पोशाक जैसे टी-शर्ट, जींस आदि) में ही अपनी ड्यूटी पर उपस्थित होना चाहिए और महिला शिक्षकों को शालीन सलवार सूट/साड़ी/पहनकर ड्यूटी करनी चाहिए, न कि टी-शर्ट, जींस, लेगिंग आदि कैजुअल परिधान में.
इसमें आगे कहा गया कि उपरोक्त आदेश का सभी संबंधितों द्वारा निष्ठापूर्वक अनुपालन किया जाएगा. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, असम के शिक्षा मंत्री डॉ. रानोज पेगू ने कहा कि असम सरकार सभी सरकारी स्कूलों के लिए एक स्कूल रूल बुक शुरू करने जा रही है, जिसमें व्यापक बातें हैं कि स्कूल को कैसे प्रबंधित किया जाए और कक्षाएं कैसे संचालित की जाएं.
डॉ रानोज पेगू ने कहा अधिसूचना में कहा गया हैं कि शिक्षकों को शालीनता से, ठीक से कपड़े पहनने चाहिए और उन्हें औपचारिक पोशाक पहननी चाहिए. छात्रों के लिए हमारे पास वर्दी है इसलिए, शिक्षकों को औपचारिक पोशाक पहनकर स्कूल आना चाहिए.
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