लखीमपुर (असम), चार जून (भाषा) असम सरकार ने लखीमपुर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (एलएमसीएच) में डॉक्टरों की कथित लापरवाही और सुविधाओं के अभाव कारण एक गर्भवती महिला की हुई मौत की जांच के लिए शनिवार को तीन सदस्यीय एक समिति बनाई।
महिला की मौत की खबर सुन गुवाहाटी से लखीमपुर आए स्वास्थ्य मंत्री केशब महंता ने अधिकारियों को अस्पताल में निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
गौरतलब है कि गोहपुर के नजदीक रहने वाली एक महिला की बृहस्पतिवार को अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि बिजली आपूर्ति बाधित होने और अस्पताल के जेनरेटर में ईंधन नहीं होने की वजह से डॉक्टरों ने महिला का प्रसव के लिए आपात ऑपरेशन (सिजेरियन) नहीं किया।
परिवार का आरोप है कि महिला को मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसके इलाज पर उतना ध्यान नहीं दिया, जितना देना चाहिए था।
मामले की समीक्षा करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में महंता ने कहा, ‘‘हम गर्भवती महिला की हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौत के कारणों का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय समिति बना रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस समिति में डिब्रूगढ़ स्थित असम चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के डॉक्टर होंगे और शीघ्र जांच रिपोर्ट जमा करेंगे।
भाषा धीरज दिलीप
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