भुवनेश्वर, 28 जुलाई (भाषा) ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) जल्द ही पुरी में जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की मरम्मत शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि एएसआई पहले रत्न भंडार के बाहरी कक्ष का आकलन और मरम्मत करेगा, उसके बाद आंतरिक कक्ष का कार्य करेगा।
हरिचंदन ने कहा, ‘‘मरम्मत कार्य के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में मामूली सुधार किया गया है और जल्द ही तारीख तय कर दी जाएगी।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मरम्मत कार्य के दौरान भगवान जगन्नाथ और अन्य देवताओं के अनुष्ठान बाधित नहीं होंगे।
मंत्री ने कहा कि ओडिशा सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि क्या किसी गुप्त कक्ष का पता लगाने के लिए आंतरिक कक्ष की ‘लेजर स्कैनिंग’ की जाए।
रत्न भंडार की डुप्लिकेट चाबियों के मुद्दे पर कानून मंत्री ने पिछली बीजू जनता दल (बीजद) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उसने रत्न भंडार को खोलने से बचने के लिए चाबियों का अनावश्यक मुद्दा बनाया था।
उन्होंने कहा, ‘‘जांच की जाएगी और उड़िया लोगों और जगन्नाथ भगवान से जुड़ी परंपराओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।’’
मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनावी वादे को पूरा करते हुए सरकार ने रत्न भंडार के अंदर रखे आभूषणों और कीमती सामानों की सूची बनाने और ढांचे की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस उद्देश्य के लिए गठित एक समिति ने रत्न भंडार के बाहरी और आंतरिक कक्षों को खोला और कीमती सामान को क्रमशः 14 और 18 जुलाई को अस्थायी सुरक्षित कमरों में स्थानांतरित कर दिया।
भाषा आशीष सुभाष
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