औरंगाबाद, एक जून (भाषा) महाराष्ट्र के जलगांव जिले में प्रसिद्ध चांगदेव मंदिर का मेलघाट से विशेष रूप से खरीदे गए सागौन से जीर्णोद्धार किया गया है और छत को मजबूत किया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
संत ज्ञानेश्वर के समकालीन संत चांगदेव को समर्पित इस मंदिर के बारे में माना जाता है कि इसका पुनर्निर्माण रानी अहिल्याबाई होलकर ने 18वीं शताब्दी के अंत में करवाया था।
पुरातत्व विभाग के अधीक्षक शिव कुमार भगत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “12वीं शताब्दी का यह मंदिर खराब स्थिति में था और इसका संरक्षण किया जा रहा है।”
एएसआई के संरक्षण सहायक डीएस दानवे ने कहा, “चांगदेव मंदिर की लकड़ी की छत के लिये विशेष रूप से मेलघाट से सागौन मंगवाया गया है। इसे मजबूत करने और जलरोधक बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है। फर्श और अन्य कार्यों के लिए पत्थरों की खरीद चल रही है।”
दानवे ने कहा कि एएसआई इस प्रख्यात मंदिर में काम पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
एक अन्य अधिकारी ने पहले कहा था कि मंदिर की सफाई प्रक्रिया के दौरान, विष्णु, शिव, दुर्गा आदि के चित्र पाए गए थे।
भाषा प्रशांत पवनेश
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