नई दिल्ली: चुनाव आयुक्त अशोक लवासा को एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) में निजी क्षेत्र के संचालन और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया है. वे दिवाकर गुप्ता का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 31 अगस्त को समाप्त होने वाला है.
इस पर टिपण्णी करते हुए लवासा ने कहा, ‘मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. निर्णय बैंक द्वारा लिया गया है.’
हालांकि, एडीबी के एक प्रवक्ता राजेश देओल ने नियुक्ति की पुष्टि की है.
यह पहली बार है जब किसी निर्वाचन आयुक्त को अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले दूसरी नियुक्ति मिली है.
लवासा और उनके परिवार ने पिछले साल लोकसभा चुनावों के बाद से ही अक्सर सुर्खियां बटोरीं हैं. लोकसभा चुनाव के बाद चुनाव आयोग द्वारा कथित चुनाव उल्लंघनों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को क्लीन चिट देने के फैसले में उन्होंने अकेले विरोध दर्ज कराया था.
इसके बाद के महीनों में लवासा की पत्नी, नोवेल और बेटे अबीर के खिलाफ आयकर का नोटिस दिया गया था.
सूत्रों ने कहा कि सरकार ने एडीबी को कुछ लोगों की सिफारिश की थी, जिसमें लवासा का नाम भी शामिल है.
1980 बैच के आईएएस अधिकारी लवासा, चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ पोल पैनल में काम करते हैं.
अप्रैल 2021 में अरोड़ा के सेवानिवृत्त होने पर पूर्व वित्त सचिव, लवासा मुख्य चुनाव आयुक्त बनने की कतार में हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिप्रिंट को बताया कि उन्हें इस तरह की कोई भी जानकारी नहीं है.
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