नई दिल्ली: राजस्थान के करौली शहर में रविवार को भी कर्फ्यू जारी रहा. राजस्थान के करौली जिले में नवसंवत्सर (नव वर्ष) के उपलक्ष्य में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से गुजर रही मोटरसाइकिल रैली पर पथराव के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव और बिगड़ते हालात को देखते हुए शहर में कर्फ्यू लगाया गया था. इन घटनाओं में लगभग 35 लोग घायल हुए हैं.
अपराध को नही बख्शा जायगा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक से बात करके वर्तमान स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि, ‘इस मामले में जो भी लोग दोषी हैं उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा है कि कुछ असामाजिक तत्व माहौल खराब कर रहे हैं उनके खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. ‘
उन्होंने आगे कहा,’अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए. करौली में हुई घटना की पुनरावृत्ति कहीं और नहीं हो इसके लिए पुलिस प्रो-एक्टिव होकर शांति व्यवस्था कायम रखने की दिशा में ऐहतियाती कदम उठाए.’
हर थाना स्तर पर हार्डकोर अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सीएलजी की मदद से विभिन्न समुदायों के बीच शांति का माहौल कायम करने तथा कम्यूनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 3, 2022
पुलिस अधिकारी ने बताया कि लगभग 30 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
करौली में डेरा डाले पुलिस उपमहानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है.
उन्होंने बताया, ‘हिंसक घटना में हुए नुकसान और क्षतिग्रस्त सामान का आकलन किया जा रहा है और इसके बाद ही चीजें स्पष्ट होंगी.’
उन्होंने कहा कि इलाके में कर्फ्यू जारी है. कुछ विक्रेताओं को पुलिस की मौजूदगी में सब्जी और दूध जैसी जरूरी चीजें बेचने की अनुमति दी जायेगी.
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इंटरनेट बंद, 600 पुलिसकर्मी तैनात
करौली में अफवाह न फैले इसके लिए वहा मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. जयपुर से 170 किलोमीटर दूर स्थित करौली की स्थिति पर प्रशासनिक अमला लगातार नजर बनाए हुए हैं. शहर की लाइट व्यवस्था भी रात को बंद की गई थी.
इस बीच, घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें कुछ लोग संकरी गली से गुजरने वाली बाइक रैली में घरों की छतों से पत्थर फेंकते नजर आ रहे हैं.
पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए ऐसे वीडियो की जांच कर रही है.
करौली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बीती रात पुलिस उपाधीक्षक और पुलिस निरीक्षक रैंक के 50 अधिकारियों समेत 600 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
राहुल प्रकाश सहित चार भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को भी करौली में स्थिति पर नजर रखने के लिए जयपुर से भेजा गया था.
वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने एक 10-सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जो करौली का दौरा करेगी और सभी पक्षों से बात करेगी.
पार्टी प्रवक्ता के अनुसार, गठित समिति में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़, भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका सिंह गुर्जर, प्रदेश महासचिव मदन दिलावर, मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, जसकौर मीणा, मनोज राजोरिया, रंजीता कोली और विधायक कन्हैया लाल चौधरी और पूर्व विधायक रामहेत यादव शामिल हैं.
करौली शहर में शनिवार को यह घटना उस वक्त हुई थी जब हिन्दू संगठनों द्वारा नवसंवत्सर पर आयोजित एक बाइक रैली मुस्लिम-बहुल इलाके से गुजर रही थी, तभी कुछ शरारती तत्वों ने पथराव किया, इसके बाद हिंसा फैल गई और उपद्रवियों ने कुछ दुकानों और मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया. इससे कई दुकानें, वाहन और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो गये.
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