नयी दिल्ली, दो जून (भाषा) बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका अरुंधति रॉय की संस्मरणात्मक पुस्तक ‘मदर मैरी कम्स टू मी’ दो सितंबर को बाजार में आएगी। प्रकाशक पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया (पीआरएचआई) ने सोमवार को यह घोषणा की।
यह किताब ‘ऑनलाइन प्री-ऑर्डर’ के लिए उपलब्ध है।
इस पुस्तक में अरुंधति रॉय ने अपने निजी जीवन के अनुभव को साझा किया है।
इसमें अरुंधति रॉय बताती हैं कि वह आज जो कुछ भी हैं उसमें उनकी मां और महिला अधिकार कार्यकर्ता मैरी रॉय के साथ उनके जटिल बंधन का सबसे बड़ा असर रहा।
सितंबर 2022 में मां के निधन के बाद जब अरुंधति रॉय गहरे दुख से गुजर रही थीं, तो उन्होंने उस दर्द को शब्दों में ढालना शुरू किया। उसी लेखन से यह संस्मरणात्मक पुस्तक सामने आई है।
रॉय ने एक बयान में कहा, ‘‘…जब मैंने अपनी मां को केवल अपने अनुभवों की नजर से नहीं, बल्कि एक नई दृष्टि से देखना शुरू किया, तब मैं उन्हें उस महिला के रूप में समझ पाई, जो वह वास्तव मैं थीं।’
लेखिका अरुंधति रॉय (63) को उनके पुरस्कृत उपन्यासों जैसे ‘द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स’ और ‘द मिनिस्ट्री ऑफ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ तथा ‘द एंड ऑफ इमेजिनेशन’, ‘द डॉक्टर एंड द सेंट’ और ‘द अलजेब्रा ऑफ इनफिनिट जस्टिस’ में संकलित उनके निबंधों की राजनीतिक स्पष्टता के लिए जाना जाता है।
इस पुस्तक का मूल्य 899 रुपये है।
भाषा योगेश सुरेश
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