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Sunday, 8 September, 2024
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अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के कारीगरों ने लगाए ‘स्टॉल’

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नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा दिल्ली हाट में आयोजित ‘लोक संवर्धन पर्व’ प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों ने अपने हस्तशिल्प का प्रदर्शन करने के लिए ‘स्टॉल’ लगाए।

अपने 100 दिवसीय कार्यक्रम के तहत मंत्रालय ने यह कार्यक्रम आयोजित किया है।

अरुणाचल प्रदेश निवासी तादियोम्सो (50) ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। तादियोम्सो बांस से ‘कटलरी’ बनाते हैं।

तादियोम्सो ने कहा, ‘‘मैं पिछले 28 वर्षों से इस पेशे में हूं और यह पहली बार है कि मुझे यहां अपनी कला को प्रस्तुत करने का मौका मिला है, जो मेरे लिए बहुत ही उत्साहवर्धक और नया अनुभव है।’

अन्य प्रतिभागियों में से एक राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) में सहायक प्रोफेसर राजदीप खानुज ने कहा कि वह 2021 से स्थानीय भोपाली कारीगरों के साथ मिलकर ‘भोपाली बटुआ’ को पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल भोपाली नवाबों द्वारा किया जाता था और जो बाजार से गायब होने के कगार पर था।

उन्होंने कहा, ‘‘भोपाली बटुआ जरदोजी और मोतियों से सजा होता है, जो इसे बहुत पारंपरिक बनाता है। प्रतिभागी वर्तमान में उसी शैली का उपयोग करके ‘पोटली’ और ‘हैंडबैग’ बना रहे हैं।’’

आंध्र प्रदेश के एक अन्य कारीगर संक्रमा चमड़े की कठपुतलियां बनाती हैं।

संक्रमा ने कहा, ‘ऐसे 200 परिवार हैं जो चमड़े की कठपुतलियों के काम से जुड़े हैं और वे अपनी वस्तुएं स्थानीय बाजार के साथ-साथ ‘ऑनलाइन’ भी बेचते हैं।’

लोक संवर्धन पर्व प्रदर्शनी में विभिन्न अल्पसंख्यक समुदायों के 162 कारीगरों द्वारा निर्मित विभिन्न राज्यों के 70 से अधिक उत्कृष्ट हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम का उद्घाटन 18 जुलाई को हुआ और इसका समापन 31 जुलाई को होगा।

भाषा

योगेश संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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