अमरावती (आंध्र प्रदेश), 17 मई (भाषा) युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के वरिष्ठ नेताओं ने आंध्र प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए कथित शराब घोटाले को लेकर दो पूर्व नौकरशाहों की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल होने’’ का आरोप लगाया।
कथित 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने लंबी पूछताछ के बाद शुक्रवार शाम धनुंजय रेड्डी और कृष्ण मोहन रेड्डी को गिरफ्तार किया।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी धनंजय रेड्डी ने वाईएसआरसीपी नीत पूर्ववर्ती सरकार में महत्वपूर्ण पद संभाला था। कृष्ण मोहन रेड्डी पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में कार्यरत थे।
वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता बी सत्यनारायण ने एक विज्ञप्ति में आरोप लगाया, ‘‘चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक प्रतिशोध के तहत काम कर रहे हैं, राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं… झूठे मामले और मनगढ़ंत सबूत बनाए जा रहे हैं, यहां तक कि सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ भी।’’
विधान परिषद में विपक्ष के नेता ने दोनों पूर्व नौकरशाहों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार का यह कदम स्पष्ट रूप से राजनीतिक प्रतिशोध है और उन्होंने इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला बताया।
सत्यनारायण के अनुसार, मामले में कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया है, ‘‘फिर भी गिरफ्तारियां की जा रही हैं।’’
सत्यनारायण की बात से सहमति जताते हुए वाईएसआरसीपी नेता जी श्रीकांत रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पहले से ही कई आईएएस और आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है और अब सेवानिवृत्त अधिकारियों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
पूर्व मंत्री मेरुगु नागार्जुन सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए और गिरफ्तारियों की आलोचना करते हुए इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ बताया।
भाषा खारी सिम्मी
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