नई दिल्ली: केरल के पलक्कड़ जिले के मलमपुझा में एक पहाड़ी पर चट्टानों के बीच करीब 26 घंटों से ज्यादा समय से फंसे युवक को सेना के बचाव दलों ने बचा लिया है.
सेना के जवानों ने बाबू नामक युवक को पहाड़ी से सुरक्षित निकालने से पहले भोजन और पानी मुहैया कराया.
टेलीविजन चैनलों और एएनआई पर दिखाई जा रही तस्वीरों में दिख रहा है कि सेना के जवान युवक की पहाड़ी से उतरने में मदद कर रहे थे. सेना के इन विशेष दलों को इस तरह के बचाव कार्यों में विशेषज्ञता प्राप्त है और वे मंगलवार रात को बेंगलुरु से यहां पहुंचे थे.
तस्वीरों में दिख रहा है कि युवक को एक बचाव कर्मी ने खुद से बांध रखा था और उसे आराम देने के लिए बीच-बीच में रुक कर बचाव दल धीरे-धीरे उतर रहा था.
युवक को बुधवार पूर्वाह्न 10 बजकर आठ मिनट पर सेना के जवानों ने सुरक्षित निकाला और इसके साथ ही वृहद स्तर पर चले बचाव अभियान का समापन हुआ. यह राज्य में अपने तरह का पहला बचाव अभियान था, जिसमें स्थानीय निकाय, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, तटरक्षक शामिल थे और वायुसेना को तैयार रखा गया था.
उल्लेखनीय है कि बाबू सोमवार से ही पहाड़ी पर चट्टानों के बीच फंसा था.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, युवक ने अपने दो साथियों के साथ सोमवार को चेराड पहाड़ी की चढ़ाई करने की योजना बनाई, लेकिन उसके दोनों साथी आधे रास्ते से ही वापस आ गए. इसके बावजूद बाबू ने चढ़ाई करना जारी रखा और वहां पहुंचने पर उसका पैर फिसल गया और वह चट्टानों के बीच फंस गया.
सेना के सूत्रों ने कहा, ‘मद्रास रेजिमेंट सेंटर, वेलिंगटन के 12 कर्मियों की एक टीम, जिसमें विशेष उपकरण के साथ पहाड़ के योग्य कर्मी शामिल हैं को भेजा गया था. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बचाव कार्य को आज और तेज किया जाएगा. खास बात थी कि इससे पहले भी युवक के बचाने के कई प्रयास असफल हो चुके हैं.
युवक को बुधवार को सुबह 10 बजकर आठ मिनट पर सेना के जवानों ने सुरक्षित निकाला और इसके साथ ही वृहद स्तर पर चले बचाव अभियान का खत्म हुआ. यह राज्य में अपने तरह का पहला बचाव अभियान था. जिसमें स्थानीय निकाय, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, तटरक्षक शामिल थे और वायुसेना को तैयार रखा गया था.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घटना के बारे में बताया और कहा कि मालमपुझा में चेराड पहाड़ी में फंसे युवक को बचा लिया गया है.
Worries have been put to rest as the young man trapped in the Cherad hill in Malampuzha has been rescued. The treatment & care needed to regain his health will be provided now. Thanks to the soldiers who led the rescue operation and everyone who provided timely support. pic.twitter.com/YAwHQOxZAP
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) February 9, 2022
यह भी पढ़ें: ‘बिकनी, घूंघट, जींस या हिजाब, इसे चुनना महिलाओं का अधिकार’- मलाला के बाद प्रिंयका गांधी ने ये कहा