नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान हटाए जाने के फैसले को ‘ऐतिहासिक कदम’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि इसका, ‘पश्चिमी पड़ोसी’ द्वारा छेड़े गये छद्म युद्ध पर असर पड़ा है.
उन्होंने करियप्पा परेड मैदान में 72वें सेना दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि सशस्त्र बल आतंकवाद को ‘कतई बर्दाश्त’ नहीं करते.
Delhi: #ArmyDay celebrations is underway at the Army Parade ground, Delhi Cantt. Army chief General Manoj Mukund Naravane is now conferring medals upon the jawans. pic.twitter.com/22ASQgEtJB
— ANI (@ANI) January 15, 2020
नरवणे ने कहा, ‘आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों को जवाब देने के लिए हमारे पास कई विकल्प हैं और हम उनका इस्तेमाल करने में हिचकिचाएंगे भी नहीं.’
नरवणे ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्रों में भारतीय सेना और असम राइफल्स की मदद से सुरक्षा को बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि इंसरजेंट संगठनों से भी बात की जा रही है.
आर्मी प्रमुख ने कहा कि सेना स्पेस, साइबर और विशेष ऑपरेशनों के क्षेत्र में अपनी क्षमता को बढ़ा रही है.
नरवणे ने कहा, ‘हम भविष्य में नए तरीके के युद्धों पर भी नज़र बनाए हुए हैं.’
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऑपरेशनों के लिए उच्च-स्तरीय तैयारी की जरूरत पड़ेगी. भारतीय सेना आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है और भविष्य की अपेक्षाओं के लिए भी तैयार है.
मोदी ने सेना दिवस पर चिनार कोर की वीरता की सराहना की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 72वें सेना दिवस के मौके पर चिनार कोर की वीरता और पेशेवर रवैये की सराहना की, जिसने कश्मीर घाटी में भारी बर्फबारी के बीच एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया था.
श्रीनगर के तैनात भारतीय सेना की पैदल सेना चिनार कोर ही घाटी में सैन्य अभियानों को अंजाम देती है.
चिनार कोर ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा की जिसमें सैन्य कर्मी और स्थानीय लोग महिला को भारी बर्फ के बीच स्ट्रेचर पर ले जाते दिख रहे हैं.
वीडियो साझा करते हुए चिनार कोर ने लिखा, ‘भारी बर्फबारी के बीच, गर्भवती श्रीमती शमीमा को आपात स्थितियों में अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता थी. करीब चार घंटे तक 100 सैन्य कर्मी और 30 स्थानीय लोग उन्हें स्ट्रेचर पर लेकर भारी बर्फ में चले. बच्चे का जन्म अस्पताल में हुआ, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.’
मोदी ने इस पोस्ट को का जवाब देते हुए सेना की मानवतावादी भावना की सराहना की.
मोदी ने लिखा, ‘हमारी सेना उसकी वीरता और पेशेवर रवैया के लिए पहचानी जाती है. उनकी मानवतावादी भावना के लिए भी उसका सम्मान किया जाता है. जब भी लोगों को मदद चाहिए होती है, हमारी सेना ने मौके पर पहुंच कर हर संभव मदद की है. हमारी सेना पर गर्व है. मैं शमीमा और उनके बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं.’
इससे पहले मोदी ने 72वें सेना दिवस की शुभकामनाएं भी दी थी.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत की सेना मां भारती की आन-बान और शान है. सेना दिवस के अवसर पर मैं देश के सभी सैनिकों के अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को सलाम करता हूं.’