नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी चार दिवसीय यात्रा पर रविवार को अल्जीरिया रवाना हुए ताकि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का विस्तार करने के तरीकों का पता लगाया जा सके।
इस यात्रा से 10 महीने पहले भारत ने इस उत्तर अफ्रीकी राष्ट्र के साथ रक्षा सहयोग संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
अधिकारियों ने बताया कि जनरल द्विवेदी अल्जीरिया के शीर्ष रक्षा एवं सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे और इस दौरान विशेष रूप से दोनों थल सेनाओं के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस क्षेत्र में अपनी सामरिक ताकत बढ़ाने के चीन के लगातार प्रयासों की पृष्ठभूमि में भारत इस अफ्रीकी राष्ट्र के साथ अपने रक्षा संबंधों का विस्तार करने के लिए कदम उठा रहा है।
थलसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करना है, जिसमें सेनाओं के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देना, क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर दृष्टिकोण साझा करना और रक्षा औद्योगिक सहयोग के अवसरों की खोज करना शामिल है।’’
भारत और अल्जीरिया ने सैन्य क्षेत्र में सहयोग के लिए पिछले साल नवंबर की शुरुआत में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
थलसेना ने कहा, ‘‘थलसेना प्रमुख की यात्रा से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा साझा सुरक्षा हितों, क्षेत्रीय स्थिरता एवं रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।’’
जनरल द्विवेदी वरिष्ठ अल्जीरियाई नेतृत्व के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे, जिनमें ‘पीपुल्स नेशनल आर्मी’ के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल सईद चानेग्रिहा और अल्जीरियाई थल सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मुस्तफा स्माली शामिल होंगे। वह ‘स्कूल ऑफ कमांड एंड मेजर स्टाफ’ और ‘चेरचेल मिलिट्री अकेडमी’ जैसे प्रमुख सैन्य संस्थानों का दौरा भी करेंगे।
थल सेना प्रमुख की यात्रा से पहले कई भारतीय रक्षा कंपनियों ने 30 जुलाई से एक अगस्त तक अल्जीयर्स में आयोजित एक रक्षा सम्मेलन में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने पिछले साल 31 अक्टूबर से तीन नवंबर तक इस अफ्रीकी देश की यात्रा की थी और वह अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम की 70वीं वर्षगांठ में शामिल हुए थे।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद जनरल द्विवेदी की यह पहली विदेश यात्रा है। भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाते हुए सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था।
इस हमले के बाद पाकिस्तान के साथ चार दिनों तक भीषण सैन्य संघर्ष हुआ था जो सैन्य कार्रवाई रोकने पर बनी सहमति के साथ 10 मई को समाप्त हुआ।
भाषा सिम्मी प्रशांत
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