नई दिल्ली: पाकिस्तान के बालाकोट में एक बार फिर से आतंकी सक्रिय हो गए हैं. लोगों की आवाजही इस क्षेत्र में बढ़ने लगी है. यह जानकारी भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने चैन्नई में एक प्रेस कांफ्रेंस में दी. सेना प्रमुख बिपिन रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘घाटी में आतंकियों और उनके आकाओं के बीच संपर्क टूट गया है. लेकिन लोगों का लोगों से संपर्क नहीं टूटा है.’
‘लोग लगातार एक दूसरे से संपर्क में है. पिछले कुछ दिनों में आतंकियों का नेटवर्क घाटी में कमजोर हुआ है.’
जनरल रावत ने कहा, ‘पाकिस्तान लगातार सीज़फायर का उल्लंघन कर आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसाने का प्रयास कर रहा है. लेकिन हमें इस तरह के प्रयासों को रोकना अच्छी तरह से आता है. हमारे सैनिकों को पता है कि उन्हें आतंकियों का कैसे मुकाबला करना है और इससे कैसे निपटा जाना है. हमारी सेना पूरी तरह से सतर्क है और लगातार कोशिश कर रही है कि आतंकियों के ऐसे प्रयासों को रोका जाए. वहीं सीमा सुरक्षा को और चौकन्ना कर दिया गया है. ‘
Army Chief General Bipin Rawat: Pakistan violates ceasefire to push terrorists into our territory. We know how to deal with ceasefire violations. Our troops know how to position themselves and take action. We are alert and will ensure that maximum infiltration bids are foiled. https://t.co/88UjUARGHj
— ANI (@ANI) September 23, 2019
बिपिन रावत ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस्लाम के असल मतलब को लोगों तक गलत तरीके से पहुंचाया गया है. जिसकी वजह से काफी समस्याएं पैदा हो रही है. मुझे लगता है कि हमारे पास ऐसे धर्म के उपदेशक हैं जो इस्लाम के असल मायनों को लोगों तक पहुंचा सकते हैं.’
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा, ‘पाकिस्तान के बालाकोट में हाल ही में फिर से आतंकी कैंप सक्रिय हो गए हैं. इससे पता चलता है कि कैंपों को पहले काफी नुकसान हुआ था. रावत ने याद दिलाया कि भारतीय वायु सेना ने इस क्षेत्र में अपनी कार्रवाई की थी. अब फिर से इस क्षेत्र में लोग सक्रिय हो गए हैं.’
बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी आतंकियों को सबक सिखाने के लिए भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी. इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर इजराइल में बने स्पाइस 2000 बम बरसाए गए थे, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस हमले में कितने आतंकी मारे गए थे.