नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को सख्त लहजे में पाकिस्तान को संदेश दिया कि भारत का पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर देश पर सैन्य हमला होता है, तो ‘बहुत’ कड़ा जवाब दिया जाएगा।
जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची के साथ बैठक में यह बात कही।
विदेश मंत्री ने कहा कि पहलगाम में हुए ‘‘बर्बर’’ आतंकवादी हमले ने भारत को ‘‘सीमा पार’’ स्थित आतंकवादियों के ठिकानों पर बुधवार को हमला करने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा, ‘इस हमले ने हमें सात मई को सीमा पार आतंकवादी ढांचे पर हमला करके जवाब देने के लिए बाध्य किया। हमारी प्रतिक्रिया निर्धारित और नपी-तुली थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति को और बिगाड़ने का हमारा कोई इरादा नहीं है। हालांकि, अगर हम पर सैन्य हमला होता है तो इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि इसका बहुत ही मजबूती से जवाब दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस हमले ने हमें सात मई को सीमा पार आतंकवादी ढांचे पर हमला करके जवाब देने के लिए मजबूर किया। हमारी प्रतिक्रिया लक्षित और नपी-तुली थी।’’
जयशंकर ने कहा, ‘‘हमारा इरादा इस स्थिति को और बढ़ाने का नहीं है। हालांकि, अगर हम पर सैन्य हमला होता है, तो इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि इसका बहुत ही कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि एक पड़ोसी और करीबी साझेदार के रूप में यह महत्वपूर्ण है कि ईरान को स्थिति की अच्छी तरह से जानकारी रहे।
भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच ईरानी विदेश मंत्री कल मध्य रात्रि में पूर्व निर्धारित यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे।
जयशंकर और अरागची ने 20वीं भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता की जो व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी।
भाषा
संतोष देवेंद्र
देवेंद्र
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