नई दिल्ली : एंटीगुआ एंड बारबुडा के मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला हुआ है कि वह भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका से सीधे भारत प्रत्यर्पित किए जाने को तरजीह देगा. स्थानीय मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई.
स्थानीय खबरों में मंत्रिमंडल की बैठक के ब्यौरे प्रकाशित किए गए. इसमें कहा गया कि बुधवार को हुई बैठक में जिन मामलों पर चर्चा हुई उनमें से एक ‘चोकसी से संबंधित मामला’ भी था.
इसमें यह कहा गया कि अब यह डोमिनिका की समस्या है और यदि चोकसी वापस एंटीगुआ ऐंड बारबुडा आता है तो समस्या उसके पास लौट आएगी.
एंटीगुआ ब्रेकिंग न्यूज की खबर में बताया कि प्रधानमंत्री गास्टोन ब्राउने की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी मंत्री शामिल हुए। इसमें तय हुआ कि कानून प्रवर्तन अधिकारी यह जानकारी जुटाने का प्रयास करते रहेंगे कि चोकसी किन परिस्थितियों में एंटीगुआ से गया था.
कैबिनेट के मंत्रियों ने कहा, ‘एंटीगुआ एंड बारबुडा मंत्रिमंडल चाहता है कि चोकसी को डोमिनिका से भारत प्रत्यर्पित किया जाए.’
‘एंटीगुआन्यूजरूम’ की खबर के मुताबिक सूचना मंत्री मेलफोर्ड निकोलस ने बाद में मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि सरकार चाहती है कि एंटीगुआ की अदालतों में चोकसी की नागरिकता वापस लेने और उसे भारत प्रत्यर्पित करने संबंधी जितने भी लंबित मामले हैं उन पर हाल की परिस्थितियों को देखते हुए जल्द सुनवाई हो.
इन मामले पर सुनवाई नवंबर में होनी है.
निकोलस ने कहा कि खुफिया एजेंसियों ने चोकसी के एंटीगुआ एंड बारबुडा से लापता होने संबंधी परिस्थितियों के बारे में मंत्रिमंडल को जानकारी दी.
उल्लेखनीय है कि चोकसी 23 मई को रहस्यमयी परिस्थितियों में एंटीगुआ ऐंड बारबुडा से लापता हो गया था। बाद में उसे डोमिनिका में अवैध प्रवेश करने पर पकड़ा गया था.
बाद में, डोमिनिका की अदालत में चोकसी के वकीलों ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी.