नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) समूचे भारत में 12-14 साल के उम्र के बच्चों के लिए बुधवार को कोविड रोधी टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया। हालांकि मध्य प्रदेश में इसका आगाज़ आज नहीं हो सका जहां अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण के बाद 22 मार्च से टीकाकरण शुरू किया जाएगा।
इस अभियान में 12-14 आयु वर्ग के बच्चों को बायोलॉजिटकल ई का ‘कॉर्बेवैक्स’ का टीका लगाया जाएगा। एक मार्च 2021 तक देश में 12 और 13 साल आयु वर्ग के बच्चो की संख्या 4.7 करोड़ थी।
इसी के साथ 60 वर्ष की आयु से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड रोधी टीके की ‘एहतियाती’ खुराक लगवाने के पात्र हैं। उन्हें दूसरी खुराक लगवाने के नौ महीने बाद तीसरी खुराक लगाई जाएगी।
इस मौके पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश कोविड महामारी से लड़ने के लिए बेहतर स्थिति में है, लेकिन लोगों को सभी सावधानियों का पालन करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हमने अपने नागरिकों की सुरक्षा और महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूत करने के लिए 2020 की शुरुआत में टीके बनाने का काम शुरू किया।’
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे बड़ा और विज्ञान पर आधारित है और देश में अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 180 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं, जिनमें से 15-17 आयु वर्ग के किशोरों को दी गई नौ करोड़ से अधिक खुराकें और दो करोड़ से अधिक ‘एहतियाती खुराकें’ भी शामिल हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘देश के नागरिकों के टीकाकरण में भारत के प्रयासों के लिहाज से आज का दिन महत्वपूर्ण है। अब 12-14 आयु वर्ग के किशोर टीकों के पात्र हो गए हैं और 60 से अधिक उम्र के लोग भी ‘एहतियाती खुराक’ ले सकेंगे। मैं इन आयु वर्ग के लोगों से टीका लगाने का अनुरोध करता हूं।’’
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम), मध्यप्रदेश के संचालक टीकाकरण डॉ. संतोष शुक्ला ने बुधवार को बताया कि राज्य में कोविड टीकाकरण का विस्तार करते हुए 12 से 14 साल आयुवर्ग के करीब 30 लाख किशोरों को 22 मार्च के बाद से टीका लगाया जाएगा।
शुक्ला ने ‘भाषा’ को बताया, ‘‘मध्यप्रदेश में 12 से 14 साल आयु वर्ग के करीब 30 लाख किशोर/किशोरियां हैं। हम उन्हें 22 मार्च के बाद कोविड-19 रोधी टीका लगाएंगे।’’
राष्ट्रीय राजधानी में टीकाकरण को पहले दिन फीकी प्रतिक्रिया मिली। टीका लगाने वाले कर्मी उम्मीद कर रहे हैं कि सप्ताहांत पर बच्चे टीका लगवाने आएंगे जब स्कूल बंद होंगे।
टीकाकरण अधिकारी हिमांशु कौशल ने कहा, “जागरूकता की कमी है… हमने स्कूलों से अभिभावकों को इसकी जानकारी देने को कहा है। इसके अलावा, कोविन प्रणाली भी अपडेट नहीं है।”
टीकाकरण को लेकर सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि टीके की एक शीशी में 20 खुराकें होती हैं और इसकी बर्बादी से बचने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त संख्या में बच्चे टीका लगवाएं।
कौशल ने कहा, “ अगर कुछ बच्चे आते हैं तो हम उन्हें टीका नहीं लगा पाएंगे, क्योंकि टीके की एक शीशी खोलने के लिए कम से कम 15 बच्चों की जरूरत है।”
अधिकारियों के मुताबिक, 12 से 14 साल की उम्र के करीब छह से सात लाख बच्चे टीकाकरण के पात्र हैं।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने महामारी को काबू करने के लिए टीकाकरण के महत्व पर जोर देते हुए लोगों को लापरवाही के खिलाफ चेताया।
राज्य में 12-14 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत करते हुए मंत्री ने दावा किया कि आने वाले दिनों में नवजातों के लिए भी टीकाकरण उपलब्ध होगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से अपने बच्चों को टीका लगवाने की अपील की और उन्हें आश्वासन दिया कि टीका सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि बच्चे खाली पेट टीका नहीं लगवाएं।”
देश में कोविड मामलों की घटती संख्या से उत्साहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि भले ही महामारी की चौथी लहर आ जाए, लेकिन राज्य इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि 12-14 आयु वर्ग के 84.64 लाख बच्चों का टीकाकरण किया जाना है।
महाराष्ट्र में, सरकार ने अधिकारियों को प्रत्येक जिले में 10 समर्पित सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया है क्योंकि राज्य ने इस टीकाकरण अभियान के तहत 39 लाख बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है।
देश भर में टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। इसके बाद दो फरवरी 2021 से अंग्रिम पंक्ति के कर्मियों का टीकाकरण किया गया था।
तमिलनाडु में मेडिकल और परिवार कल्याण मंत्री एम सुब्रमण्यम ने स्कूली शिक्षा मंत्री ए महेश पोय्यामोझी की मौजूदगी में 12-14 साल के उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान शुरुआत की।
सुब्रमण्यम ने कहा, “माता-पिता की अनुमति से बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। साथ ही, हमने आज से 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को एहतियाती खुराक लगाना भी शुरू कर दिया है। ”
झारखंड के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर के कीनन स्टेडियम में अभियान की शुरुआत की।
उन्होंने कहा, “राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि इस आयु वर्ग के सभी बच्चों का टीकाकरण हो।”
भाषा
नोमान उमा
उमा
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