लखनऊ/नई दिल्ली: सीएए विरोधी प्रदर्शन में शामिल होने पर धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में शायर इमरान प्रतापगढ़ी को मुरादाबाद जिला प्रशासन ने जुर्माने का नोटिस भेजा है. इस नोटिस में एक करोड़ चार लाख और आठ हजार रुपए के जुर्माना अदा करने को कहा गया है.
वहीं प्रशासन ने मुरादाबाद ईदगाह में चल रहे प्रदर्शन पर 13 लाख 42 हजार रुपये प्रति दिन के हिसाब से जुर्माने का नोटिस भेजा है. नोटिस में कहा गया है कि धारा 144 लागू होने बाद भी इमरान द्वारा ईदगाह पर समुदाय विशेष के लोगों को बुला कर उनकाे भड़का कर एकत्रित किया जा रहा है जिस कारण से मुरादाबाद जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती करनी पड़ रही है जिसमें इतना पैसा खर्च हो रहा है.
इमरान प्रतापगढ़ी जी ने लगातार संविधान को बचाने की बात की है। संविधान के दायरे में रहकर बात करने का उनको पूरा हक है। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार अगर इतना ध्यान अपराधियों को रोकने में लगाती तो प्रदेश नम्बर वन हो जाता। https://t.co/7aC6qRvKTH
— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 15, 2020
यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट में नोटिस के खिलाफ लिखा है कि इमरान प्रतापगढ़ी लगातार संविधान बचाने की बात कर रहे हैं. संविधान के दायरे में रहकर बात करने का उनका पूरा हक है. योगी आदित्यनाथ सरकार अगर इतना ध्यान अपराधियों पर देती तो प्रदेश नंबर वन होता.
इसके अलाव सोशल मीडिया पर लोग इसे खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं.
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने पर मशहूर शायर और कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी को मिला एक करोड़ का नोटिस@ShayarImran pic.twitter.com/JM3VxaebVw
— Youth Congress (@IYC) February 15, 2020
यूथ कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा है शायर इमरान प्रतापगढ़ी को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने पर एक करोड़ का नोटिस.
एक यूजर मुकेश शर्मा ने ट्वीट करते हुए इसे सरकार द्वारा खौफ का माहौल बनाने वाला घिनौना काम बताया है. उन्होंने इसकी निंदा करते हुए सीएए को वापस लेने की मांग की है.
सीएए विरोधी प्रदर्शन को लेकर चेन्नई पुलिस की घटना पर दिल्ली में सामूहिक प्रदर्शन
वहीं सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों पर चेन्नई पुलिस के कथित लाठीचार्ज को लेकर यहां शनिवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों समेत लोगों के एक समूह ने तमिलनाडु भवन के पास प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों के इस छोटे समूह में कुछ युवा महिलाएं भी शामिल थीं. उन्होंने बिहार भवन से तमिलनाडु भवन की ओर मार्च निकालने की कोशिश की और तमिल में भाजपा विरोधी एवं आरएसएस विरोधी नारे लगाए.
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही चाणक्यपुरी स्थित तमिलनाडु भवन की ओर जुलूस निकालने की कोशिश की उन्हें बीच रास्ते में ही हिरासत में ले लिया गया.
बाद में महिलाओं समेत कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया.
जामिया संयोजन समिति ने यहां प्रदर्शन का आह्वान किया था.
चेन्नई में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुस्लिमों का प्रदर्शन पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद हिंसक हो गया था.
पुलिस ने बताया कि पथराव की घटना में एक महिला संयुक्त आयुक्त, दो महिला कांस्टेबल और एक सब-इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. घटना में कुछ प्रदर्शनकारियों के भी घायल होने की खबर है.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है.
(संवाददाता प्रशांत श्रीवास्तव और भाषा के इनपुट्स के साथ)