चेन्नई, एक मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी परिसीमन प्रक्रिया पर पांच मार्च को होने वाली सर्वदलीय बैठक में हिस्सा नहीं लेगी और उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन पर इस मामले को लेकर ‘‘काल्पनिक भय’’ फैलाने का आरोप लगाया।
अन्नामलाई ने स्टालिन को लिखे पत्र में कहा कि उनकी पार्टी का दृढ़ विश्वास है कि उन्होंने परिसीमन प्रक्रिया को गलत समझा है और ‘‘अपने काल्पनिक भय को फैलाने तथा इसके बारे में जानबूझकर झूठ बोलने’’ के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जबकि कोई आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है।
अन्नामलाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की ओर इशारा किया जिसमें कहा गया है कि किसी भी राज्य को ‘कमजोर’ नहीं किया जाएगा और यह कवायद आनुपातिक आधार पर होगी।
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख ने स्टालिन से कहा, ‘‘आपको यह समझना चाहिए कि परिसीमन के कवायद की घोषणा परिसीमन आयोग द्वारा उचित समय पर की जाएगी और यह देखना निराशाजनक है कि आपने अब भी उन झूठों से सबक नहीं सीखा है जो आपने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ की घोषणा के समय फैलाए थे।’’
अन्नामलाई ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अभियान का रुख 2023 में ‘जितनी आबादी उतना हक’ और (जनसंख्या के अनुपात में अधिकार) था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पलटवार करते हुए कहा था कि इससे दक्षिणी राज्यों को नुकसान होगा जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया है।
अन्नामलाई ने हाल के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में द्रमुक द्वारा ‘काल्पनिक भय’ को नहीं उठाने को लेकर आश्चर्य जताया। उन्होंने स्टालिन के उस दावे का जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि लोकसभा में सीट की संख्या 848 तक पहुंच जाएगी और उनसे इसके आधार के बारे में पूछा।
अन्नामलाई ने स्टालिन की आलोचना करते हुए उनसे पूछा कि क्या बयान देने से पहले उसकी पुष्टि करना उनका कर्तव्य नहीं है।
भाषा संतोष रंजन
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