बहराइच (उप्र) 13 सितम्बर (भाषा) बहराइच के सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज में एक नर्सिंग विद्यार्थी ने कथित तौर पर प्राचार्या द्वारा शोषण से तंग आकर आत्महत्या की कोशिश की। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस घटना से नाराज सैकड़ों मेडिकल विद्यार्थियों ने प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया।
जिलाधिकारी (डीएम) अक्षय त्रिपाठी ने शनिवार शाम चार सदस्यीय अधिकारियों की जांच समिति गठित कर सात दिनों में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। घटना शुक्रवार शाम को हुई।
शुक्रवार देर रात मेडिकल कालेज में धरने पर बैठे विद्यार्थियों ने बताया कि श्रावस्ती जनपद का शिवम पांडेय उर्फ मिंटू (19) इस चिकित्सा महाविद्यालय में बीएससी नर्सिंग द्वितीय वर्ष का छात्र है और छात्रावास में रहता है। शुक्रवार शाम शिवम ने अपने कमरे में ही फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसकी चीख सुनकर आसपास के छात्र उसके कमरे में पहुंचे और उसे फंदे से नीचे उतारा।
विद्यार्थियों का आरोप है कि घायल छात्र को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने में भी डेढ़ घंटे की देरी की गयी।
चिकित्सकों ने फिलहाल शिवम पांडे को खतरे से बाहर बताया है।
विद्यार्थियों का आरोप है कि नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डाक्टर स्मिता फिलिप्स पांडेय का शोषण कर रही थीं और उन्होंने उसे कालेज आने से रोका एवं पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया गया, उसको अन्य छात्र-छात्राओं के सामने अपमानित भी किया, इसी वजह से उसने आत्महत्या का प्रयास किया।
प्राचार्या के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग को लेकर मेडिकल कालेज के सैकड़ों विद्यार्थी धरने पर बैठ गये। शुक्रवार देर रात तक गहमा-गहमी रही। देर रात छात्रों के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। विद्यार्थियों की भीड़ के चलते प्रशासन को यातायात परिवर्तित करना पड़ा।
अपर जिलाधिकारी (एडीएम) अमित कुमार, एसडीएम सदर पूजा चौधरी, एसपी सिटी रामानंद प्रसाद कुशवाहा तथा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों एवं अन्य अधिकारियों ने विद्यार्थियों को मनाने की कोशिश की लेकिन वे धरने पर डटे रहे। सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए एहतियातन आसपास के थानों की पुलिस बुलानी पड़ी।
देर रात जांच समिति के गठन के आश्वासन पर धरना समाप्त हो सका। विद्यार्थियों ने प्राचार्य के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा जिलाधिकारी को दिया है।
शनिवार शाम जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, बहराइच बी.एस.सी. नर्सिंग कालेज के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्या द्वारा विद्यार्थियों के मानसिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक शोषण की शिकायत की है जिसे गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने अधिकारियों की चार सदस्यीय जांच समिति का गठन करते हुए सात दिन में जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं।’’
डॉ स्मिता ने आरोपों को खारिज करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जिस छात्र ने खुदकुशी का प्रयास किया है, उसने एक अन्य छात्र को धमकी दी थी। इसकी लिखित शिकायत मिली थी। दोनों छात्रों को बुलाकर परिजनों को बुलाने बात कही गई थी। मुझे छात्र के खुदकुशी के प्रयास की सूचना मिली तो मौके पर पहुंचकर मैंने हाल भी जाना।’’
प्राचार्या ने कहा कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, सभी निराधार हैं।
भाषा सं आनन्द राजकुमार
राजकुमार
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