विजयवाड़ा, 15 अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों, कल्याणकारी योजनाओं और सुधारों से पिछले चार वर्षों में ग्राम स्वराज का सही अर्थ प्रदर्शित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार वर्षों में जो कार्यक्रम लागू किये हैं, वे स्वतंत्र भारत के 76 वर्षों के इतिहास में किसी अन्य सरकार द्वारा शायद ही कभी किए गए हों।
उन्होंने उल्लेख किया कि राज्य ने ग्राम सचिवालयों, रायतु भरोसा केंद्र, अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों और ग्राम क्लिनिक के जरिये महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को सही अर्थ में प्रदर्शित किया है।
रेड्डी ने कहा कि इन सबके अलावा, ब्रॉडबैंड सेवाओं से लैस डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जा रही है। यह एक बड़ा बदलाव है जो (स्वतंत्रता) 76 वर्षों के इतिहास में किसी अन्य सरकार ने नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि जन्म प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, पेंशन, राशन और सरकारी योजनाओं के लिए कार्यालय जाने की जरूरत नहीं रह गई है क्योंकि वे ग्राम सचिवालय और स्वयंसेवी प्रणाली के जरिये घर पर ही उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री के अनुसार, सामाजिक न्याय का संदेश देने के लिए मंत्रिमंडल में 68 प्रतिशत पद अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), पिछड़ा वर्ग(बीसी) और अल्पसंख्यक समुदायों को दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह, पांच उप मुख्यमंत्रियों में से चार एससी, एसटी, बीसी और अल्पसंख्यक समुदायों से हैं।
उन्होंने पोलावरम परिजयोना पर कहा कि कार्य प्रगति पर है और परियोजना जून 2025 तक पूरी कर ली जाएगी।
अपने अस्थायी कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाते हुए राष्ट्र ध्वज फहराने के बाद, मुख्यमंत्री ने शहर के इंदिरा गांधी म्युनीसिपल स्टेडियम से अपना संबोधन दिया।
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