बहराइच (उप्र), 15 फरवरी (भाषा) बहराइच जिले के कतर्नियाघाट जंगल की झाड़ियों में एक मृत हाथी मिला। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आता है।
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के क्षेत्र निदेशक एच. राजा मोहन ने बताया कि बृहस्पतिवार को अभ्यारण के गेरुआ पार इलाके में एक हाथी की मौत के बारे में सूचना मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस स्थान पर मृत हाथी मिला, वह इलाका इतना दुर्गम था कि हमें वहां पहुंचने के लिए नौका से नदी पार करनी पड़ी। कुछ दूरी सशस्त्र सीमा बल की जीप से तथा कुछ दूरी दोपहिया वाहनों से तय करनी पड़ी।’’
मोहन ने बताया कि घटनास्थल के निरीक्षण में मिले पैर के चिह्न, आसपास टूटे पेड़, मृत हाथी के शरीर पर घावों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि उसकी मौत संभवत: मंगलवार या बुधवार को दो हाथियों के आपसी संघर्ष के कारण हुई होगी, जिसकी जानकारी विभाग को बृहस्पतिवार को मिली।
शुक्रवार को तीन चिकित्सकों की समिति ने हाथी का पोस्टमार्टम किया और इसकी रिपोर्ट में भी आपसी संघर्ष के कारण मौत की बात सामने आई है। चिकित्सकों व विशेषज्ञों का अनुमान है कि हाथी की उम्र करीब 45 से 50 वर्ष थी।
निदेशक ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद हाथी को मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए जंगल में ही दफना दिया गया। हाथी का विसरा सुरक्षित कर उसे विस्तृत पैथोलॉजिकल व टॉक्सिकोलॉजिकल जांच हेतु भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्जतनगर बरेली भेज दिया गया है।
इस जांच से यह निश्चित हो सकेगा कि हाथी को कोई रोग तो नहीं था तथा उसके शरीर में कोई नशीला या जहरीला पदार्थ तो नहीं था।
भाषा सं जफर
शोभना खारी
खारी
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.