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Friday, 22 November, 2024
होमदेशजम्मू-कश्मीर में खांसी की नकली दवाई पीने से 12 बच्चों की हुई थी मौत, सरकार ने अब जाकर दिया मुआवजा

जम्मू-कश्मीर में खांसी की नकली दवाई पीने से 12 बच्चों की हुई थी मौत, सरकार ने अब जाकर दिया मुआवजा

ये बच्चे उधमपुर में 'नकली कफ सिरप' के सेवन के बाद मौत का शिकार हो गए थे. एनएचआरसी ने कहा कि यह घटना दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 के दौरान उधमपुर के रामनगर में हुई थी. बच्चों को परिजनों 36 लाख रुपये का मुआवजा दिया है.

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नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में खांसी की दवाई पीने से जिन 12 बच्चों की मौत हो गई थी उनके परिवार वालों को प्रशासन ने राहत के रूप में 36 लाख रुपये का भुगतान किया है. ये बच्चे उधमपुर में ‘नकली कफ सिरप’ के सेवन के बाद मौत का शिकार हो गए थे.

एनएचआरसी ने कहा कि यह घटना दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 के दौरान उधमपुर के रामनगर में हुई थी.

उसने एक बयान में कहा कि आयोग ने 30 अप्रैल, 2020 की एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था. इसमें कहा गया, ‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सिफारिशों पर, जम्मू कश्मीर प्रशासन ने आखिरकार उन 12 शिशुओं के परिजनों को 36 लाख रुपये की मौद्रिक राहत का भुगतान किया है, जिनकी खांसी की दवाई पीने से मौत हो गई थी, बाद में पाया गया कि दवा नकली थी.’

बयान के मुताबिक, आयोग के नोटिस के जवाब में केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने कहा था कि ‘उसके औषधि नियंत्रण विभाग की ओर से किसी भी तरह के लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं थी: गुणवत्ता वाली दवाओं का निर्माण मुख्य रूप से निर्माण कंपनी और विभाग की जिम्मेदारी है। पहले ही सक्षम अदालत में इसके खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करायी जा चुकी है.’

बयान में कहा गया, ‘आयोग ने दलील को अस्वीकार्य पाया और देखा कि मामले में चूक से इनकार नहीं किया गया था, लेकिन औषधि विभाग जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता था.’

आयोग ने कहा, ‘यह देखा गया कि विभाग अपने अधिकार क्षेत्र में बेची जाने वाली दवा के संदूषण और सामग्री पर नियमित निगरानी रखने में विफल रहा है और इसलिए राज्य लापरवाही के लिए प्रत्येक पीड़ित परिवार को 3 लाख रुपये की मौद्रिक राहत के भुगतान के लिए जिम्मेदार है.’

भाषा के इनपुट्स के साथ


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