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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशऑन स्क्रीन मां के निधन पर अमिताभ और धर्मेंद्र का उमड़ा प्यार, कहा- महान अभिनेत्री सुलोचना को खो दिया

ऑन स्क्रीन मां के निधन पर अमिताभ और धर्मेंद्र का उमड़ा प्यार, कहा- महान अभिनेत्री सुलोचना को खो दिया

हिंदी सिनेमा में अपने पूरे करियर के दौरान, लाटकर अक्सर नज़ीर हुसैन, त्रिलोक कपूर और अशोक कुमार के साथ दिखाई दीं थीं.

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नई दिल्ली: अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की ऑन स्क्रीन मां सुलोचना लाटकर ने रविवार रात इस दुनिया को अलविदा कह दिया. अभिनेत्री के चले जाने का सबसे ज्यादा दुख अमिताभ और धर्मेंद्र को पहुंचा जिन्होंने लाटकर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

94-वर्षीय अभिनेत्री ने लगभग 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है. उन्होंने धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, ऋषि कपूर, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, राजेंद्र कुमार, संजीव कुमार, आशा पारेख, वहीदा रहमान, जीनत अमान सहित कई सितारों की मां की भूमिका निभाई. उन्हें 1999 में पद्मश्री और 2004 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला था.

बिग बी ने अपने ब्लॉग में लाटकर के साथ बिताए अच्छे पलों को याद किया. उन्होंने बताया कि वे अपने परिवार के साथ सुलोचना की स्थिति पर नज़र रख रहे थे.‘‘हमने सिनेमा जगत की एक और महान अभिनेत्री सुलोचना जी को खो दिया. उन्होंने मेरी कई फिल्मों में प्यारी, दुलारी और ख्याल रखने वाली मां का किरदार निभाया था. ’’

अमिताभ ने लिखा, ‘‘वे काफी समय से बीमार थीं और अब वे हम सबको छोड़कर स्वर्ग सिधार गई हैं. हम दुःख की इस घड़ी में सिर्फ प्रार्थना कर सकते हैं. मैं उनके परिवार के साथ यहां की स्थिति की निगरानी कर रहा था, लेकिन अंत में दुखद समाचार! आज काम भी था और समयबद्ध कार्यक्रम ने मुझे…खुशी से…वापस आने की अनुमति दी लेकिन सुलोचना जी की खबर ने जलसा में शुभचिंतकों की सारी खुशी छीन ली…मुझे और अधिक लिखने में संकोच हो रहा है…आज के लिए इतना ही….बाकी किसी और दिन.”

वहीं, धर्मेंद्र ने भी अपनी ऑन स्क्रीन मां के लिए फिल्म के एक सीन की फोटो के साथ ट्वीट किया.

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उन्होंने लिखा, ‘‘बहुत याद आएंगी….अनगिनत फिल्मों में ये मेरी मां थीं. नींद इक ख्वाब हो चला है…खुश हूं मगर मैं..वक्त से लड़ने में मज़ा आ रहा है.”

माधुरी दीक्षित ने भी सुलोचना लाटकर के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा, ‘‘सुलोचना ताई सिनेमा की सबसे पसंदीदा और आकर्षक अभिनेत्रियों में से एक थीं. उनकी मेरी पसंदीदा फिल्म हमेशा संगत आइका रहेगी. हर फिल्म में उनका प्रदर्शन यादगार था. मैं हमारी बातचीत को याद करूंगी. रेस्ट इन पीस. भारतीय सिनेमा में आपके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.”

उन्होंने आगे लिखा, ‘‘सुलोचना लाटकर के निधन से फिल्म उद्योग में एक खालीपन आ गया है, उनकी प्रतिभा, शालीनता और यादगार अभिनय को हमेशा याद रखा जाएगा. उनकी आत्मा को शांति मिले और भारतीय सिनेमा में उनका महत्वपूर्ण योगदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहे.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रसिद्ध अभिनेत्री सुलोचना के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और कहा है कि उनकी भूमिकाओं के माध्यम से उनकी सिनेमा की विरासत जीवित रहेगी.

पीएम ने ट्वीट किया, ‘‘सुलोचना जी के निधन से भारतीय सिनेमा की दुनिया में एक बड़ी शून्यता आयी है. उनकी अविस्मरणीय भूमिकाओं ने हमारी संस्कृति को समृद्ध किया है और उन्हें कई पीढ़ियों के लोगों का प्रिय बना दिया है. उनकी भूमिकाओं के माध्यम से उनकी सिनेमा की विरासत जीवित रहेगी. उनके परिवार के प्रति संवेदना. ओम शांति.’’

अभिषेक बच्चन ने भी ट्वीट कर अभिनेत्री के निधन पर शोक जताया. ‘‘सुलोचना जी को एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री के रूप में याद किया जाएगा, जिनके असाधारण कौशल और शिष्टता ने भारतीय सिनेमा की दुनिया में एक चिरस्थायी प्रभाव डाला है. ओम शांति.’’

30 जुलाई, 1928 को कर्नाटक के बेलगाम जिले के चिकोडी तालुक के खडकलात गांव में जन्मीं, लाटकर ने 1946 में अभिनय की शुरुआत की. मराठी सिनेमा से एक्टिंग में दस्तक देने वालीं सुलोचना ने 1960-70 के दशक में हिंदी सिनेमा में कई हिट फिल्मों में मां का रोल निभाते हुए यादगार किरदार अदा किए हैं.

1946 से 1961 तक सुलोचना ने ‘अली घरा’, ‘मोती मनसे’, ‘जीवाचा सखा’, ‘पतिव्रता’, ‘सुखचे सोबती’, ‘भाभीज’, ‘आकाशगंगा’ और ‘शक्ति जौ’ उन मराठी फिल्मों में शामिल थीं जिनमें उन्होंने मुख्य अभिनेत्री के रूप में अभिनय किया था.

अमिताभ ने सुलोचना लाटकर के साथ ‘रेशमा और शेरा’,‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘मजबूर’ और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ जैसी कई फिल्मों में काम किया था.

शमी कपूर के साथ ‘दिल देके देखो’, दिलीप कुमार के साथ ‘आदमी’, देव आनंद की ‘जॉनी मेरा नाम’ में भी उनके काम को बहुत सराहा गया था.

हिंदी सिनेमा में अपने पूरे करियर के दौरान, वे अक्सर नज़ीर हुसैन, त्रिलोक कपूर और अशोक कुमार के साथ दिखाई दीं थीं.

उन्होंने सुनील दत्त जैसे बॉलीवुड सितारों के साथ ‘हीरा’, ‘झूला’, ‘एक फूल चार कांटे’, ‘सुजाता’, ‘चिराग’, ‘रेशमा और शेरा’ जैसी अन्य फिल्मों में काम किया. उनके अलावा, वह ‘जब प्यार किसी से होता है’, ‘प्यार मोहब्बत’, ‘दुनिया’ और कई अन्य में देव आनंद के साथ देखी गईं. 1969 से उन्होंने अक्सर राजेश खन्ना के साथ ‘दिल दौलत दुनिया’, ‘बहारों के सपने’, ‘डोली’ जैसी फिल्मों में काम किया है.

सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना-यूबीटी नेताओं और प्रमुख बॉलीवुड और मराठी फिल्म हस्तियों ने भी उनके निधन पर शोक जताया है.

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलावा राज ठाकरे भी सुलोचना लाटकर के अंतिम दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एक्ट्रेस के घर पहुंचे थे.

सुलोचना का मुंबई के सुश्रुषा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. सुलोचना का अंतिम संस्कार सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ दादर श्मशान घाट में किया गया.


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