नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा के बाद गुरुवार को राज्यसभा में भी दिल्ली दंगें पर चर्चा की और इससे जुड़ी कार्रवाइयों की रिपोर्ट रखी. शाह ने दोषियों को पताल तक से खोजने के बात की. इसके अलावा सीएए पर भय को लेकर मुसलमानों को फिर से आश्वस्त किया. गहमंत्री ने दिल्ली पुलिस की नाकामी की बात नकारते हुए दंगे को ज्यादा न फैलने देने कि लिए उसकी पीठ थपथपाई.
उन्होंने दंगे को लेकर सदन में चर्चा देरी से कराने की बात पर कहा कि दंगे समाप्त हो चुके थे. पुलिस जब दंगा कराने वालों के पीछे लगी थी. डॉक्टर इलाज में लगे थे. होली का त्यौहार सद्भावना का त्यौहार जिसकी वजह से चर्चा में देरी हुई. चर्चा से भागने का विचार ही नहीं था.
दंगे में घटनाओं को छुपाने की बात पर उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र इस स्तर पर पहुंचा है कि अब कोई किसी से कुछ छुपा नहीं सकता.
सदन में सदस्यों की इस चिंता पर कि दंगे हुए जा रहे थे सरकार क्या कर रही थी इस पर उन्होंने कहा कहा कि अब तक 700 एफआईआर दर्ज की गई हैं. बहुत तेजी से कार्यवाही हो रही है. गृहमंत्री ने कहा कि दंगों में शामिल 1922 लोगों की अब तक पहचान की गयी है.
उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी बिलकुल साइंटिफिक तरीके से हो रही है, वीडियो फुटेज मेल और वाट्सएप पर मंगाकर स्क्रूटनी हो रही है. सरकार ने विज्ञापन देकर जनता से इन घटनाओं से जुड़े वीडियो और फुटेज मांगे थे. वीडियो में लोगों की पहचान के लिए आधार कार्ड का उपयोग नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि पुलिस को यह अधिकार मिलना चाहिए कि जिसने दंगा किया, उसके बारे में वैज्ञानिक साक्ष्य अदालत में पेश किए जा सकें.
उन्होंने कहा कि 2647 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है.
शाह ने कहा कि दंगे वाले एरिया से जुड़े यूपी के चार जिले से डेटा मांगा है. गाड़ी के नंबर नोट किए गए हैं और उनसे मिले मैटेरियल की जांच हो रही है.
उन्होंने कहा कि किसी के धर्मस्थल तोड़े गए हों, अस्पताल तोड़े गए हों इससे जुड़े 50 गंभीर मामले हमने अलग किए हैं.
शाह ने बताया कि पहचान किए गए लोगों का ब्यौरा हमारे पास उपलब्ध हो चुका है और उन्हें पकड़ने के लिए 40 से अधिक विशेष दलों का गठन किया गया है.
शाह ने कहा हमारे पास सूचना है कि दंगें के लिए विदेश और देश से पैसे आए ते. इस संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जल्द दिल्ली पुलिस इसकी घोषणा करेगी.
इस दौरान बनाए सोशल मीडिया खातों की बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि सैंकड़ों अकाउंट बंद कर दिए गए हैं. जो दंगों के वक्त शुरू हुए और दंगों की रात 12 बजे तक बंद हो गए. हम उन्हें पाताल से ढूढ़ कर निकालेंगे. वो सोच रहे होंगे को वो बच जाएंगे.
उन्होंने बताया कि दोनों जाबांज अंकित शर्मा और रतनलाल को मारने वालों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार करने का काम पूरा कर लिया है.
जांच की बात करते हुए शाह ने कहा कि सब में विश्वास हो कि नरेंद्र मोदी सरकार जांच गंभीरता से करना चाह रही है.
इसलिए ऐसी कोई चीज नहीं की जाएगी. चाहे हो किस धर्म, जाति,साइड का हो कोई रियायत न मिले.
उन्होंने दिल्ली पुलिस का पक्ष लेते हुए कहा कि आप मुझ पर आरोप लगाइए मैं राजनीतिक व्यक्ति हूं, गृहमंत्री हूं. दिल्ली पुलिस को दोषी न ठहराइए. दिल्ली में 1.70 करोड़ लोग रहते हैं. 4 प्रतिशत एरिया और 13 प्रतिशत आबादी तक ही दिल्ली पुलिस ने दंगा रोक दिया ज्यादा प्रभावित नहीं होने दिया. वह यह बात दंगे के बचाव में नहीं कह रहे, एक भी व्यक्ति जान जाना गलत है. दिल्ली पुलिस ने इसे बढ़ने नहीं दिया. ये सफलता दिल्ली पुलिस की है.
उन्होंने कहा कि मृतक के शव के पोस्टमार्टम से जो बात सामने आई है वह 25 के पहले के हैं. 25 फरवरी को 11 बजे रात तक कि जाहिर उसके बाद मौत नहीं हुई जिसे दिल्ली पुलिस की कामयाबी कह सकते हैं. 36 घंटे में इसे कंट्रोल कर दिया गया है.
दिल्ली के सीएम केजरीवाल की बात करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दल और अधिकारियों के साथ बैठक में तो उन्होंने नहीं कहा कि सेना बुलाने के बात नहीं की. उसके बाद बुलाना चाह रहे थे, यह राजनीति है.
सीएए-एनपीआर पर मुस्लिमों को किया आश्वस्त
उन्होंने सीएए पर मुस्लिमों की भय की बात करते हुए कहा कि बहुत दुख के साथ कहना चाहता हूं कि मुस्लिम सीएए से भयभीत हैं. उन्होंने सदन में चुनौती दी कि कोई बता दे कि इसकी किस धारा से किसी की नागरिकता छीन जा रही है. दूरबीन से देखकर भी बता दे. वह मुस्लिम भाइयों से कहना चाहते हैं कि सीएए नागरिकता लेने का नहीं देने का कानून है.
उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओर सुप्रीम कोर्ट में वकील कपिल सिब्बल पर इस पर जवाब मांगा.
इसके बाद कपिल सिब्बल ने कहा कि वह मानते हैं सीएए कि अपने आप में किसी की नागरिकता छीनने वाला नहीं लेकिन जब यह एनपीआर के साथ जुड़ेगा तो सीएए खतरनाक है. लेकिन बाद में उन्होंने इस दौरान टी और डी लगाने की बात को नकार दिया और कहा ऐसा बिलकुल नहीं होगा.
सिब्बल ने यह भी कहा कि यह केवल मुसलमानों ही नहीं गरीबों के भी खिलाफ है.
शाह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और बाकि दो तीन लोगों को इस पर बात करने के लिए अलग से बुलाया और समय देने की बात कही.