scorecardresearch
Wednesday, 26 June, 2024
होमदेशअमित शाह ने चंडीगढ में सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से की मुलाकात

अमित शाह ने चंडीगढ में सिद्धू मूसेवाला के परिजनों से की मुलाकात

पंजाब सरकार द्वारा उनके सुरक्षा में कटौती के एक दिन बाद 29 मई को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों ने गायक से नेता बने गायक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

Text Size:

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को चंडीगढ़ में दिवंगत पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूस वाला के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की.

पंजाब सरकार द्वारा उनके सुरक्षा में कटौती के एक दिन बाद 29 मई को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में अज्ञात हमलावरों ने गायक से नेता बने गायक की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

विरोध प्रदर्शनों के बीच शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी गायक के परिवार से उनके मनसा स्थित आवास पर मुलाकात की.

उसी दिन, पंजाब के एक भाजपा नेता ने मूसेवाला की हत्या की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

मूस वाला के शरीर पर 19 गोलियां लगी थीं और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार गोली लगने के 15 मिनट के भीतर उनकी मौत हो गई

भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने गुरुवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया कि वह 7 जून से सभी 424 लोगों को सुरक्षा कवच बहाल करेगी, जिसे अमृतसर घलुघरा कार्यक्रम के लिए अस्थायी रूप से वापस ले लिया गया था.

कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार ने रविवार शाम एक फेसबुक पोस्ट में पंजाबी गायक की हत्या की जिम्मेदारी ली है

बरार गिरोह के सरगना लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह गायक की हत्या में शामिल था. बराड़ उर्फ ​​सतिंदर सिंह कई आपराधिक मामलों में शामिल है

फरीदपुर की एक अदालत ने इस महीने की शुरुआत में जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के सिलसिले में बराड़ के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.

शाह यहां पहुंचने पर पंजाब भाजपा के नेताओं से मुलाकात करेंगे. बाद में वह हरियाणा के पंचकूला में ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ का उद्घाटन करेंगे.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अनुसार, मूसेवाला के परिवार ने पहले शाह को पत्र लिखकर प्रसिद्ध पंजाबी गायक की नृशंस हत्या की केंद्रीय एजेंसियों से जांच कराने की मांग की थी.


यह भी पढ़ें: आज के युद्ध की जरूरत है तकनीकी बढ़त, बिना इसके सेना के ‘इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स’ कमजोर ही रहेंगे


 

share & View comments