नई दिल्ली: अपने तीन दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को खीर भवानी मंदिर का दर्शन किया इसके बाद लोगों को संबोधित करते हुए कश्मीर में विकास और बदलाव की बात की. उन्होंने युवाओं को बाकी दलों से सावधान रहने की चेतावनी दी. शाह ने हाल ही घाटी में हुई हिंसा को लेकर कहा, ‘आप अपने दिल से डर को निकाल दीजिए.’
23 अक्टूबर से शुरू हुए केंद्र शासित प्रदेश के गृह मंत्री के दौरे का तीसरा और आज आखिरी दिन है.
इससे पहले शाह ने गांदरबल जिले में स्थित खीर भवानी मंदिर में मत्था टेका. पारंपरिक कश्मीरी फिरन पहने वह और उनके साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने माता रागन्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना की.
अमित शाह ने मंदिर के दर्शन के बाद एक ट्वीट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘माता खीर भवानी मंदिर में माँ के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. देशभर के कश्मीरी पंडित भाईयो-बहनों की आस्था का ये एक ऐसा अटूट केंद्र है जो पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है. इस पवित्र स्थल में एक अद्भुत शक्ति है जिसकी अनुभूति यहाँ आकर निश्चित रूप से होती है. जय माँ खीर भवानी!’
माता खीर भवानी मंदिर में माँ के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। देशभर के कश्मीरी पंडित भाईयो-बहनों की आस्था का ये एक ऐसा अटूट केंद्र है जो पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है। इस पवित्र स्थल में एक अद्भुत शक्ति है जिसकी अनुभूति यहाँ आकर निश्चित रूप से होती है।
जय माँ खीर भवानी! pic.twitter.com/NWfWlGLQts
— Amit Shah (@AmitShah) October 25, 2021
यह भी पढ़े: PM मोदी ने UP में 9 मेडिकल कालेजों का किया लोकार्पण- योगी की तारीफ की, सपा सरकार पर साधा निशाना
गृहमंत्री ने नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को निशाने पर लिया
अमित शाह ने सोमवार को श्रीनगर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कर जनता को संबोधित किया.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘मुझे ताना मारा गया, निंदा की गई. आज मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, इसलिए यहां कोई बुलेट प्रूफ या सुरक्षा नहीं है. फारूक साहब ने मुझे पाकिस्तान से बात करने का सुझाव दिया है, लेकिन मैं घाटी के युवाओं और लोगों से बात करूंगा.’
शाह ने हाल ही में फिर कश्मीरी पंडितों और प्रवासियों के साथ हुई हिंसा को लेकर कहा, ‘आप सब अपने दिल से खौफ निकाल दीजिये. कश्मीर की शांति और विकास की यात्रा में अब कोई खलल नहीं डाल सकता.’
उन्होंने कश्मीर भारतीय संस्कृति में कश्मीर के योगदान की बात करते हुए कहा, ‘सूफीवाद मध्य पूर्व और कश्मीर के रास्ते भारत आया था. कश्मीर ने पूरे देश को सूफीवाद का तोहफा दिया है. सूफियों को विकास की बहुत आशा है’.
अमित शाह ने केंद्रशासित राज्य की विकास की बात करते हुए कहा, ‘राज्य में 20,000 से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दी गई है और 6,000 लोगों को आज नौकरी मिलने वाली है. ये सभी भर्तियां पारदर्शी तरीके से की गई हैं. सही कौशल वाले लोगों को बिना भाई-भतीजावाद के काम पर रखा गया है.’
शाह ने आगे कहा, ‘मैं आज कश्मीर के युवाओं से अपील करने आया हूं कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया? जिन्होंने आपके हाथ में हथियार पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया?’
‘पीओके आपके नजदीक है, वहां पूछिए कि गांव में बिजली आई, अस्पताल है, मेडिकल कॉलेज बन रहा है क्या? गांव में पीने का पानी आता है क्या? महिलाओं के लिए शौचालय बना है क्या? वहां कुछ नहीं हुआ है और ये लोग पाकिस्तान की बात करते हैं.’
शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के 12 लाख किसानों ने 6,000 रुपये सालाना डीबीटी के माध्यम से पीएम-किसान निधि योजना के तहत लाभ उठाया है. भ्रष्टाचार को पूरी तरह से सिस्टम से बाहर कर दिया गया है.
जम्मू-कश्मीर देखते-देखते सबसे विकसित सुबह बनने वाला है.
यह भी पढ़े: अमित शाह से मिला कश्मीरी पंडितों का प्रतिनिधिमंडल, प्रवासियों के लिए घर और बीमा कवरेज की मांग की
गौरतलब है कि अनुच्छेद- 370 की समाप्ति के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहली बार कश्मीर घाटी की यात्रा पहुंचे हैं. उनकी यात्रा के मद्देनजर पूरी घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.