तिरुवनंतपुरम, 20 फरवरी (भाषा) सोना तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश ने रविवार को अपने विरोधियों से आग्रह किया वह ‘‘उन्हें जीने दें’’ और एक एनजीओ में उनकी नयी नौकरी को लेकर विवाद पैदा कर उन्हें परेशान ना करें। यह एनजीओ केरल में आदिवासियों के लिए काम करता है।
सुरेश ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें परेशान करने के किए जा रहे अथक प्रयासों को देखकर उनको बहुत निराशा हुई है। उन्होंने दावा किया कि शुरू में उनको परेशान करने के लिए एक किताब जारी की गयी और अब उनकी नौकरी को लेकर विवाद पैदा किया जा रहा है।
सुरेश की प्रतिक्रिया केरल राज्य अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) हाईरेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (एचआरडीएस) के खिलाफ मिली शिकायतों के मद्देनजर कार्रवाई शुरू करने के बीच आई है। आरोप लगाया गया है कि संगठन ने अट्टापडी और अन्य जगहों पर आदिवासियों के लिए आवासीय इकाइयों के निर्माण में अनियमितताएं कीं।
सुरेश ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें एक साक्षात्कार के बाद एनजीओ में निदेशक, महिला सशक्तिकरण और सीएसआर के रूप में नियुक्त किया गया, न कि इसलिए कि उनका राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कोई जुड़ाव था।
सुरेश ने कहा, ‘‘यह 43,000 रुपये के साधारण वेतन के साथ एक साधारण नौकरी है। यह मेरे परिवार के लिए आजीविका का एकमात्र स्रोत है। मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करती हूं कि इसे किसी और नजरिए से न देखें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जीने दें। मुझे अपने बच्चों की परवरिश करने दें और अपनी मां की देखभाल करने दें। अनावश्यक विवाद पैदा कर मुझे परेशान ना करें। मेरा किसी को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है, इसलिए कृपया मुझे अकेला छोड़ दें।’’
सुरेश की नौकरी को लेकर तब राजनीतिक विवाद शुरू हुआ जब कुछ सोशल मीडिया हैंडल ने दावा किया कि एनजीओ को आरएसएस का समर्थन प्राप्त है।
हालांकि, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि निजी कंपनी का नेतृत्व एसएफआई के एक पूर्व नेता कर रहे हैं। सुरेंद्रन ने कहा कि एनजीओ का भाजपा से कोई संबंध नहीं है।
केरल के सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी सुरेश ने एम शिवशंकर की एक किताब में उनके नाम का उल्लेख करने के लिए आलोचना की थी और दावा किया कि वह ‘‘पहले से ही प्रताड़ना झेल रही हैं।’’ शिवशंकर मुख्यमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव हैं।
सोने की तस्करी का मामला पांच जुलाई 2020 को सीमा शुल्क आयुक्तालय, कोच्चि द्वारा त्रिवेंद्रम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एयर कार्गो पर एक राजनयिक सामान से 30 किलोग्राम सोना जब्ती से संबंधित है।
भाषा आशीष नरेश
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