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मतभेदों के बीच भाजपा मंत्री गणेश नाईक ने शिंदे के गढ़ ठाणे में लगाया ‘जनता दरबार’

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ठाणे, 24 फरवरी (भाषा) भाजपा नेता एवं वन मंत्री गणेश नाईक ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गृह क्षेत्र ठाणे में जनता दरबार लगाया।

उन्होंने कहा कि राजनीति में किसी का भी स्थायी प्रभुत्व नहीं होता और नेतृत्व समय के साथ जनता की स्वीकृति के आधार पर बदलता रहता है।

नाईक ने कहा कि ठाणे में अगला जनता दरबार मार्च में लगाया जाएगा।

पिछले कुछ हफ्तों से भाजपा और शिवसेना के बीच संबंधों में असहजता की अटकलें हैं। इन अटकलों को शुक्रवार को ‘‘मुझे हल्के में न लें’’ वाली एकनाथ शिंदे की टिप्पणी से और बल मिला।

ठाणे के भाजपा नेता संजय वाघुले ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह आठ बजे जनता दरबार स्थल पर लोगों को 400 से अधिक टोकन वितरित किए गए।

पास के नवी मुंबई से विधायक नाईक ने संवाददाताओं से बातचीत में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की अटकलों को खारिज किया।

उन्होंने कहा कि जनता दरबार आयोजित करने का उद्देश्य लोगों को लंबी दूरी तय किए बिना उनकी समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराना है।

नाईक ने कहा, ‘‘महायुति सरकार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार के नेतृत्व में प्रगतिशील गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध है।’’

उन्होंने कहा कि सहयोगियों के बीच कोई प्रतिस्पर्धा या किसी एक व्यक्ति का दबदबा होने जैसी कोई राजनीति नहीं है।

नाईक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ठाणे में भी मतदाताओं का समर्थन प्राप्त हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जो मायने रखता है, वह व्यक्ति की सार्वजनिक छवि एवं लोगों में उसकी स्वीकार्यता है।’’

इस कार्यक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक संजय केलकर और विधान परिषद सदस्य निरंजन डावखरे भी शामिल हुए।

पालघर जिले के संरक्षक मंत्री नाईक ने अपने मंत्रिपरिषद सहयोगी और शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक की पालघर में जनता दरबार आयोजित करने की घोषणा का समर्थन किया।

उन्होंने कहा कि वह लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए दोनों जिलों में प्रत्येक तालुका का दौरा करेंगे।

उनके पुत्र एवं पूर्व सांसद संजीव नाईक ने कहा कि जनता दरबार की पहल फडणवीस के निर्देश पर की गई, जो लोगों को मंत्रालय आने के बजाय उनके दरवाजे पर ही उनकी समस्याओं का समाधान करने के इच्छुक हैं।

गणेश नाईक ने 1990 के दशक में महाराष्ट्र में ‘जनता दरबार’ की अवधारणा शुरू की थी। वह 15 वर्ष तक ठाणे के संरक्षक मंत्री रहे।

भाषा नेत्रपाल नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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