नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांवों को सशक्त और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बृहस्पतिवार को 20,050 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) का शुभारंभ किया. पीएम ने कहा इसका मकसद किसानों की आय दोगुनी करना और मत्स्यपालन क्षेत्र का निर्यात बढ़ाना है.
Delhi: PM Narendra Modi digitally launches the Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) and e-Gopala App for farmers along with several other initiatives in the fisheries and animal husbandry sectors in Bihar. pic.twitter.com/9YVmK0AMpf
— ANI (@ANI) September 10, 2020
पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये मोबाइल ऐप ई-गोपाला सहित कई और योजनाओं की शुरुआत की. इस योजना की शुरुआत बिहार से हुई है. बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
पीएम ने कहा कि आज जितनी भी योजनाएं शुरू हुई हैं, उनके पीछे की सोच ये है कि हमारे गांव 21वी सदी के भारत, आत्मनिर्भर भारत की ताकत बनें. कोशिश ये है कि मछली पालन से जुड़े काम, डेयरी से जुड़े काम, शहद उत्पादन से जुड़े काम, हमारे गांव को और सशक्त करें.
पीएमएमएसवाई मत्स्य क्षेत्र पर केंद्रित और सतत विकास योजना है. इसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत वित्त वर्ष 2020-2021 से 2024-2025 की अवधि के दौरान सभी राज्यों में कार्यान्वित किया जाना है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बुधवार को कहा कि पीएमएमएसवाई के अंतर्गत 20,050 करोड़ रुपये का निवेश मत्स्य क्षेत्र में होने वाला सबसे ज्यादा निवेश है. इसमें से लगभग 12,340 करोड़ रुपये का निवेश समुद्री, अंतर्देशीय मत्स्य पालन और जलीय कृषि में लाभार्थी केन्द्रित गतिविधियों पर तथा 7,710 करोड़ रुपये का निवेश मत्स्यपालन ढांचे के लिए प्रस्तावित है.
इस योजना के उद्देश्यों में 2024-25 तक मछली उत्पादन अतिरिक्त 70 लाख टन बढ़ाना तथा 2024-25 तक मछली निर्यात से आय को 1,00,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है.
पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है. आज देश के 21 राज्यों में इस योजना का शुभारंभ हो रहा है. अगले 4-5 वर्षों में इस पर 20 हज़ार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे. इसमें से आज 1700 करोड़ रुपए का काम शुरु हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि समंदर और नदी किनारे बसे क्षेत्रों में मछली के व्यापार-कारोबार को ध्यान में रखते हुए, पहली बार देश में इतनी बड़ी योजना बनाई गई है. आज़ादी के बाद इस पर जितना निवेश हुआ, उससे भी कई गुना ज्यादा निवेश प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना पर किया जा रहा है.
पीएम ने पशुपालकों की मदद के लिए ‘ई-गोपाला’ एप लांच करते हुए कहा कि पशुओं की अच्छी नस्ल के साथ ही उनकी देखरेख और उसको लेकर सही वैज्ञानिक जानकारी भी उतनी ही ज़रूरी होती है. इसके लिए आज ‘ई-गोपाला’ app शुरू किया गया है.
साथ ही प्रधानमंत्री ने पूर्णिया में अत्याधुनिक सुविधाओं वाले वीर्य केंद्र का भी उद्घाटन किया. इस पर 84.27 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इस केंद्र के लिए बिहार सरकार ने 75 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है.
पीएम ने कहा कि ई-गोपाला एप एक ऐसा डिजिटल माध्यम होगा जिससे पशुपालकों को उन्नत पशुधन को चुनने में आसानी होगी, उनको बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी. ये एप पशुपालकों को उत्पादकता से लेकर उसके स्वास्थ्य और आहार से जुड़ी तमाम जानकारियां देगा.