नई दिल्ली: अमेरिका ने रविवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के खिलाफ खालिस्तान समर्थकों द्वारा की गई कथित बर्बरता और आगजनी की कड़ी निंदा की है. इसे एक ‘‘अपराधिक कृत्य’’ बताया.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक ट्वीट में कहा, “अमेरिका शनिवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास के खिलाफ कथित बर्बरता और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है. अमेरिका में राजनयिक सुविधाओं या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ बर्बरता या हिंसा एक आपराधिक अपराध है.”
खालिस्तान समर्थकों ने दो जुलाई 2023 का एक वीडियो ट्विटर पर साझा किया, जिसमें सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो में ‘‘हिंसा से हिंसा का जन्म होता है’’, जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें कनाडा में स्थित ‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की मौत से जुड़ी खबरें भी दिखायी गयी हैं.
भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक रहे निज्जर की पिछले महीने कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘‘अमेरिका शनिवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है. अमेरिका में राजनयिक केंद्रों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा एक अपराध है.’’
अमेरिका में दक्षिण एशियाई प्रसारणकर्ता ‘दीया टीवी’ ने ट्वीट किया, ‘‘सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में शनिवार देर रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच आगजनी की गयी. सैन फ्रांसिस्को विभाग ने आग पर तुरंत काबू पा लिया, बहुत कम क्षति हुई और किसी कर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. स्थानीय, राज्य और संघीय प्राधिकारियों को सूचित कर दिया गया है.’’
उसने हमले का एक वीडियो भी साझा किया.
इस बीच, सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे एक पोस्टर में लिखा है कि ‘‘खालिस्तान फ्रीडम रैली’’ आठ जुलाई को आयोजित की जाएगी जो कैलिफोर्निया के बर्कले से शुरू होगी और सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर समाप्त होगी.
यहां पढ़ें: डिजिटल माध्यम से SCO बैठक की मेजबानी करेंगे PM मोदी, शहबाज शरीफ और चीन-रूस के राष्ट्रपति लेंगे हिस्सा