खराब मौसम के कारण जम्मू से अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है और किसी भी नए जत्थे को यहां से दक्षिण कश्मीर स्थित गुफा मंदिर के आधार शिविरों में जाने की अनुमति नहीं दी गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अमरनाथ गुफा के निकट शुक्रवार को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि लगभग 40 लोग लापता हैं. भारतीय सेना लगातार बचाव कार्य में लगी हुई है.
Amarnath Yatra suspended from Jammu due to inclement weather conditions: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) July 10, 2022
एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘खराब मौसम के कारण जम्मू से कश्मीर में दो आधार शिविरों के लिए अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. किसी भी नए जत्थे को अमरनाथ की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.’
भारतीय सेना ने हाल ही में अमरनाथ में बादल फटने के मद्देनजर बचाव अभियान और मार्ग के रखरखाव की प्रक्रिया को तेज करने के लिए महत्वपूर्ण बचाव उपकरण खींचे हैं, जिसमें 16 लोगों की जान चली गई जबकि कई लापता हैं.
यह 43 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 30 जून को दो मार्गों से शुरू हुई. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के पहलगाम में नुनवान से 48 किलोमीटर का पारंपरिक मार्ग है और दूसरा मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग 14 किलोमीटर छोटा है.
अब तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में पूजा की है. यह यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होने वाली है.
गत 29 जून से अब तक जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 10 जत्थों में कुल 69,535 तीर्थयात्री घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं.
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