जम्मू, 18 जून (भाषा) अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर पुलिस से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती जिलों जम्मू, सांबा और कठुआ में अधिक जांच चौकियां स्थापित करने के लिए उचित स्थानों की पहचान करने को कहा गया है।
यह 38 दिन लंबी यात्रा तीन जुलाई से दो मार्गों- अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटे लेकिन दुर्गम बालटाल मार्ग से शुरू होगी। तीर्थयात्री 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे।
यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले भगवती नगर से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के लिए रवाना होगा।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘अधिकारियों को सभी नाकों पर, खासतौर से रात के दौरान, मजबूत सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें उन स्थानों की पहचान करने के निर्देश भी दिए गए हैं जहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए और नाके बनाए जा सकते हैं।’’
जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शिव कुमार शर्मा ने आधार शिविर, आश्रय स्थलों, यात्रा मार्ग और पार्किंग क्षेत्रों में और उसके आसपास विभिन्न पुलिस व अर्द्धसैन्य तैनाती के सुरक्षा ऑडिट के दौरान पुलिस अधिकारियों से यह कहा।
प्रवक्ता ने कहा कि शर्मा ने राम मंदिर पुरानी मंडी, गीता भवन परेड, भगवती नगर में आधार शिविर, विभिन्न मार्गों और राजमार्ग की सुरक्षा समीक्षा की।
उन्होंने जम्मू में राम मंदिर पुरानी मंडी में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों व सुरक्षा कर्मियों के साथ भी बातचीत की और उन्हें अधिक सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।
सभी थाना प्रभारियों को सतर्क रहने और रात के दौरान सुरक्षा उपाय व गश्त बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए।
जम्मू में भगवती नगर यात्री निवास अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों का मुख्य आधार शिविर है जहां से वे हिम शिवलिंग के दर्शन के लिए कश्मीर घाटी की ओर बढ़ते हैं।
भाषा गोला मनीषा
मनीषा
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