नई दिल्ली: पत्रकार और ‘ऑल्ट न्यूज़’ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर को सोमवार को दिल्ली पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों के मुताबिक, एक व्यक्ति ने जुबैर के साल 2018 में किए गए एक ट्वीट पर दिल्ली पुलिस को टैग कर शिकायत की थी जिसमें उन्होंने हिंदू धर्म के एक भगवान से जुड़ा ट्वीट किया था.
पुलिस उपायुक्त के पी एस मल्होत्रा ने बताया इस माह की शुरुआत में ‘पत्रकार ज़ुबैर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153-ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और 295-ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है.’
आज मोहम्मद जुबैर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153A/295A के तहत दर्ज़ एक मामले की जांच के दौरान, वे जांच में शामिल हुए। रिकॉर्ड पर पर्याप्त सबूत होने के चलते उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। उनके रिमांड की मांग के लिए उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जा रहा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2022
ज़ुबैर को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया जहां से उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
दिल्ली पुलिस ने एक ट्विटर हैंडल से शिकायत मिलने के बाद एक मामला दर्ज किया है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मोहम्मद जुबैर ने एक विशेष धर्म के देवता का जानबूझकर अपमान करने के उद्देश्य से एक संदिग्ध तस्वीर ट्वीट की थी.
बता दें कि जुबैर जू-बियर के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हैं. जिस फोटो के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है वह मशहूर फिल्म निर्माता निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म का एक सीन है. जुबैर के गिरफ्तार किए जाने के बाद वो सीन भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
गौरतलब है कि पत्रकार मोहम्मद जु़बैर भारतीय जनता पार्टी की पूर्व नेता नुपुर शर्मा और साधुओं को ‘नफरत फैलाने वाले’ कहने के बाद चर्चा में आए थे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्र सरकार पर निशाना साधा.
गांधी ने ट्वीट किया,‘भाजपा की घृणा, कट्टरता और झूठ को बेनकाब करने वाला हर एक व्यक्ति उनके लिए खतरा है. सच्चाई की एक आवाज को गिरफ्तार करने से हजार आवाजें और पैदा होंगी. सच्चाई की हमेशा जीत होती है.’
Every person exposing BJP's hate, bigotry and lies is a threat to them.
Arresting one voice of truth will only give rise to a thousand more.
Truth ALWAYS triumphs over tyranny. #DaroMat pic.twitter.com/hIUuxfvq6s
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 27, 2022
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन, पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा, तेलंगाना राष्ट्र समिति, ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लमीन के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी गिरफ्तारी की निंदा की.
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