नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने क्वारेंटाइन के लिए ठप्पा लगाने वाली स्याही के कारण हुई एलर्जी के चलते उस बैच को अलग रखा है और अब इसके लिए नयी स्याही का उपयोग किया जा रहा है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता मधु गौड़ यास्की ने रविवार दोपहर एक-दो तस्वीरें ट्वीट कीं, जिसमें उनकी बांह पर चोट जैसे निशान दिखाई दिए. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) को ट्वीट में टैग किया और पूछा कि किस प्रकार का केमिकल इस स्याही में इस्तेमाल किया जा रहा था .
डीआईएएल ने कहा कि यह यास्की पर इस्तेमाल होने वाली जल्दी ना मिटने वाली स्याही के बैच को अलग करेगा, और साथ ही कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गयी है.
We deeply regret the inconvenience caused. The ink used for stamping is a standard indelible ink. We've reported the issue to the Delhi State Authorities. [1/2]
— Delhi Airport (@DelhiAirport) October 4, 2020
Thank you for drawing my attention to this. A have spoken to CMD AAI.
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) October 4, 2020
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक प्रवक्ता ने दिप्रिंट को बताया कि ये मामला DIAL (दिल्ली इंटरनेशनल एअरपोर्ट लिमिटेड) के अधिकार क्षेत्र में आता है.
वहीं IGI हवाई अड्डे के एक सूत्र के अनुसार, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने क्वारेंटाइन नियमों के अनुसार विदेशों से आने वाले यात्रियों के लिए स्टैम्पिंग की जाती है.
सूत्र ने बताया, ‘दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग इसका ख्याल रखता है. स्याही की खरीद भी दिल्ली सरकार द्वारा की जाती है. पहले ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. हमने उन्हें मिली शिकायतों के बारे में जानकारी दे दी है.’
सूत्र के अनुसार, इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं है कि कितने लोगों ने स्याही से एलर्जी की शिकायत की है.
दिप्रिंट ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री से फ़ोन के माध्यम से एक टिप्पणी मांगी, लेकिन रिपोर्ट लिखने तक उनके कार्यालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
अन्य शिकायतें
दिल्ली आने वाले सभी अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को क्वारेंटाइन के सात दिनों से गुजरना पड़ता है, इसके बाद होम आइसोलेशन का पालन करने की भी हिदायत दी गई है.
हालांकि, समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों की कुछ श्रेणियां ‘जैसे यात्रा से 96 घंटे पहले किए गए परीक्षण से कोरोनावायरस नेगेटिव प्रमाण पत्र वाले लोग क्वारंटाइन से मुक्त हैं. इसलिए, होम आइसोलेशन के लिए जाने वाले यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर निकलते समय स्याही के साथ मुहर लगाई जाती है.
स्याही से एलर्जी की शिकायत करने वाले यास्की अकेले नहीं हैं. राजल सोनल नाम के एक अन्य यात्री को जिसे 1 अक्टूबर को स्टांप किया गया और उन्होंने भी स्याही से हुए एलर्जी की शिकायत ट्विटर पर की. दिप्रिंट को सोनल ने बताया कि ‘ जहां स्टैंप लगाई गई थी, ऐसा महसूस हो रहा था कि मेरी त्वचा जल रही है.’
सोनल ने कहा, ‘दिल्ली हवाईअड्डा अधिकारियों ने उनकी शिकायत का जवाब दिया और कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं.’
@DelhiAirport Good morning.
Please have look for the ink your team using at airports for Quarantine stamp and date. Don't know but look my picture..look like its burn my skin.
Travel date 1st Oct @AAI_Official pic.twitter.com/f19NpNX8Ut— Rajal (@Rajalsonal) October 5, 2020
आदेश मधोक नाम के एक अन्य यात्री ने भी इसी तरह की शिकायत की.
I landed in Delhi an International Destination and as per COVID 19 rules they had to stamp my hand for Home Quarantine! However, the stamp ink they used was so bad that I got skin Infection and it burnt my skin. @timesofindia @AAI_Official @MoHFW_INDIA @HardeepSPuri pic.twitter.com/vvB8Zyd7Jw
— Aadesh Madhok (@MadhokAadesh) October 4, 2020
इससे पहले, कुछ यात्रियों द्वारा कथित तौर पर ओडिशा के बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मुहर लगाए जाने के बाद संक्रमण और फफोले पड़ने की इसी तरह की शिकायतें सामने आयीं थीं.
28 जुलाई को भुवनेश्वर पहुंचे एक यात्री अवधेश गांधी ने कहा कि उन्हें ‘बहुत जलन हुई और मुहर लगी जगह पर थोड़ी सूजन’ आई. उन्होंने कहा, ‘मैंने कुछ दिनों के लिए वैसलीन और नारियल तेल लगाया और यह ठीक हो गया था.’
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