चंडीगढ़, 31 जनवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया कि भाजपा उन राज्यों में अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है जहां चुनाव होने हैं। बघेल ने कहा कि अदालत में साबित होने पर ही आरोप टिक पाते हैं।
कांग्रेस नेता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का बचाव करते हुए यह बात कही। कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य के कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें मुख्यमंत्री के एक रिश्तेदार से आठ करोड़ रुपये सहित 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे।
बघेल ने आरोप लगाया कि जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां भाजपा के राजनीतिक विरोधियों पर आयकर (आईटी), ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी हो रही है। उन्होंने कहा कि धन जब्ती के आरोपों को अदालत में साबित करना होगा। बघेल ने कहा कि आरोप तभी टिकेंगे जब आरोप अदालत में साबित होंगे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने चन्नी के रिश्तेदार से धन की बरामदगी की खबरों पर भी सवाल उठाए। बघेल ने सवाल किया, ‘‘जब (नरेंद्र) मोदी ने नोटबंदी से पूरे काले धन को खत्म कर दिया, तो यह पैसा कहां से आया? जब देश में काला धन नहीं है, तो इसे कहां से जब्त किया गया है।’’
चन्नी ने इससे पूर्व अपने रिश्तेदार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच के संबंध में किसी भी तरह के जुड़ाव से इनकार किया था और राजनीतिक विरोधियों पर उनके खिलाफ ‘‘बदनाम करने की नीयत से भ्रामक’’ अभियान चलाने का आरोप लगाया था।
बघेल ने महंगाई को लेकर केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि लोगों द्वारा उपयोग की जाने वाली कई चीजें उनकी पहुंच से बाहर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा सत्ता में आई है, तब से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि हुई है जबकि आय का स्तर गिर गया है।
बघेल ने यहां पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जिन्होंने विकास के गुजरात मॉडल की बात की और अच्छे दिनों का वादा किया, उन्होंने केवल झूठ बोला जबकि महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें आसमान छू रही हैं जबकि दाल और खाद्य तेल की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं।
बघेल ने कहा कि अब चाय का स्वाद भी कड़वा हो गया है, चाय की पत्तियों की कीमत 130 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 500 रुपये प्रति किलो हो गई है। बघेल ने कहा कि नमक के दाम भी बढ़े हैं। लेकिन इस बीच, पिछले सात वर्षों में भाजपा की संपत्ति 780 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,850 करोड़ रुपये हो गई।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘खाद्य वितरण सेवाओं पर जीएसटी है, अगर आप एटीएम से पैसे निकालते हैं तो आपको सरकार को कर देना होगा। अगर आप ऑटो और टैक्सी ऑनलाइन बुक करते हैं, तो आपको शुल्क देना होगा। स्टील और सीमेंट की कीमतें भी कई गुना बढ़ गई हैं।’’
उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें आम आदमी को बचाने के लिए अपना काम कर रही हैं और उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने का उदाहरण दिया। बघेल ने छत्तीसगढ़ सरकार की प्रमुख योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना का भी जिक्र किया, जिसे 2020 में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्रदान करने, खरीफ फसलों की उत्पादकता और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत केंद्र सरकार कृषि कानून लायी, जिसके खिलाफ देश भर के किसानों ने एक साल से अधिक समय तक विरोध किया और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने ऐसा तब किया जब चुनाव नजदीक थे। बघेल ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करना तो दूर, देश भर में डीएपी और यूरिया उर्वरक की आपूर्ति में गिरावट आई है और इससे उत्पादन में गिरावट आएगी।
सिद्धू से जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की इस घोषणा के बारे में पूछा गया कि पार्टी के मुख्यमंत्री पद का फैसला कार्यकर्ताओं से विचार विमर्श के बाद किया जाएगा, तो उन्होंने दोहराया कि हर कोई इस फैसले का पालन करेगा।
भाषा सुरभि उमा
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