गांधीनगर, 21 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश और बादल फटने से अचानक आई बाढ़ तथा भूस्खलन की घटनाओं में फंसे गुजरात के सभी 50 तीर्थयात्री सुरक्षित हैं। गुजरात के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने सोमवार को यहां यह जानकारी दी।
रविवार को भारी बारिश और बादल फटने से जिले में आई अचानक बाढ़ और भूस्खलन के कारण 250 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंस गए।
इस प्राकृतिक आपदा में दो नाबालिग भाइयों समेत तीन लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोगों को बचाया गया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण सड़कों और आवासीय इमारतों समेत बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है तथा कई वाहन मलबे के नीचे दब गए।
पांडे ने एक बयान में कहा कि भूस्खलन की घटना के कारण गुजरात के तीर्थयात्रियों के फंसे होने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तुरंत अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ समन्वय करने और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा एवं भलाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पांडे ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री के निर्देशों और मार्गदर्शन के बाद गुजरात राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने गुजरात के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत जम्मू और कश्मीर में संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया। पर्यटकों को लेकर आ रही बस भूस्खलन से दूर सुरक्षित क्षेत्र में है और सभी यात्री सुरक्षित हैं।’’
उन्होंने बताया, ‘‘सेना के जवानों ने गुजरात के यात्रियों को भोजन, पानी और अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराया है। इसके अलावा, सेना के शिविर में सभी तीर्थयात्रियों के लिए आवास और भोजन की व्यवस्था भी की गई है।’’
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प्रीति माधव
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