तिरुवनंतपुरम, एक जुलाई (भाषा) कांग्रेस की केरल इकाई ने सत्तारूढ़ माकपा के यहां स्थित मुख्यालय पर हमले के पीछे उसकी पार्टी का हाथ होने के आरोपों को शुक्रवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के कार्यालय को निशाना बनाना उसकी नीति नहीं है।
विपक्षी दल ने यह भी आरोप लगाया कि कोट्टायम, अलाप्पुझा, त्रिशूर जिलों सहित राज्य भर में वामपंथी कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी के कार्यालयों को निशाना बनाया।
पुलिस ने माकपा के युवा संगठन डीवाईएफआई को पथानामथिट्टा में जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) कार्यालय तक एक विरोध रैली निकालने से रोक दिया।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने घटना की कड़ी निंदा की और पुलिस को दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का निर्देश दिया। पुलिस ने हालांकि इस संबंध में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
विजयन ने इससे पहले दिन में शहर के बीचों-बीच स्थित एकेजी सेंटर का दौरा किया और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से घटना को लेकर उत्तेजित न होने और संयम बरतने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ‘‘राज्य में सबसे बड़े दलों में से एक के सबसे महत्वपूर्ण कार्यालय पर हमला किया गया है। यह उकसाने और राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का एक प्रयास है। दोषियों और उनका साथ देने वालों का पता लगाया जाएगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को दोषियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कठघरे में लाने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को आधी रात को हुई घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है और वह पुलिस की जांच का इंतजार करेगा।
उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोग स्पष्ट रूप से जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ता ऐसे हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने की मानसिकता नहीं रखते। उन्होंने सत्तारूढ़ दल से यह बताने को कहा कि वे किन आधारों पर उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘सीसीटीवी की फुटेज साफ नहीं है.. पुलिस को मामले की जांच करने और दोषियों का पता लगाने दें। वाम सरकार लगातार कई आरोपों का सामना कर रही है और हमारे मौजूदा प्रदर्शन के कारण वह बचाव की मुद्रा में है। इस हमले के पीछे वे लोग हैं, जो मौजूदा मुद्दों से ध्यान हटाना चाहते हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें संदेह है कि हमले के पीछे माकपा का हाथ है, सतीशन ने उसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया, ‘‘राहुल गांधी के केरल दौरे चलते यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। क्या आपको लगता है कि हम एकेजी सेंटर पर हमला करके सरकार के समक्ष खड़े मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहेंगे?’’
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुख के. सुधाकरन ने भी मार्क्सवादी पार्टी के आरोपों को खारिज कर दिया और एलडीएफ के संयोजक ई. पी. जयराजन पर पार्टी मुख्यालय पर हमले का ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ होने का आरोप लगाया।
माकपा ने एक बयान में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और सहानुभूति रखने वालों से हमले का शांतिपूर्ण विरोध करने का आग्रह किया।
जयराजन ने अपनी प्रतिक्रिया में, आरोप लगाया कि एकेजी केंद्र पर हमला विजयन सरकार द्वारा लागू किए जा रहे विकास कार्यक्रमों को बाधित करने का एक जानबूझकर प्रयास था।
इस बीच, घटना के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस और माकपा के पार्टी कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
केरल में तनाव उस समय व्याप्त हो गया जब एक अज्ञात व्यक्ति ने सत्तारूढ़ माकपा के प्रदेश मुख्यालय पर बृहस्पतिवार देर रात कथित रूप से एक विस्फोटक पदार्थ फेंका।
पुलिस ने बताया कि रात करीब साढ़े 11 बजे मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति ने यहां एकेजी सेंटर पर विस्फोटक पदार्थ फेंका। मौके पर पहुंचे माकपा नेताओं ने आरोप लगाया कि यह ‘बम हमला’ था।
पार्टी कार्यालय में ठहरे कुछ पार्टी नेताओं ने कहा कि उन्होंने इमारत के बाहर एक शक्तिशाली विस्फोट सुना।
पड़ोस में रहने वाले माकपा के वरिष्ठ नेता और एलडीएफ के संयोजक ई पी जयराजन ने आरोप लगाया कि भड़काऊ कार्रवाई के पीछे कांग्रेस का हाथ है और माकपा कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की।
भाषा अमित पवनेश
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