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बुधवार, 2 जुलाई, 2025
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अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और पार्टी नेताओं को मोहाली में हिरासत में लिया गया

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चंडीगढ़, दो जुलाई (भाषा) शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और अन्य अकाली नेताओं को बुधवार को मोहाली में हिरासत में लिया गया जहां वे पार्टी नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करने पहुंचे थे।

मजीठिया को आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के एक मामले में मोहाली की एक अदालत में पेश किया गया। उनकी सात दिन की सतर्कता रिमांड आज खत्म हो गई। मोहाली में सतर्कता ब्यूरो (वीबी) कार्यालय और जिला अदालत परिसर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।

बादल के साथ पार्टी नेता सिकंदर सिंह मलूका और परमबंस सिंह बंटी रोमाना को अंब साहिब गुरद्वारे के पास हिरासत में लिया गया।

बादल और अन्य अकाली नेताओं ने गुरद्वारे की ओर बढ़ने की कोशिश की तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। बाद में पुलिस ने बादल और अन्य अकाली नेताओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें एक थाने में ले गए।

एक वीडियो में पूर्व उप मुख्यमंत्री बादल को पुलिस के एक अधिकारी से यह कहते सुना जा सकता है कि उन्हें जाने दिया जाए क्योंकि वह गुरद्वारे में मत्था टेकना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या वे (आप सरकार) अकाली कार्यकर्ताओं से इतने डरे हुए हैं? मैं गुरद्वारे में मत्था टेकने जा रहा हूं।’’

बादल ने संवाददाताओं से बातचीत में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की ‘हत्या’ करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘वे हमें डरा नहीं सकते। हर एक अकाली कार्यकर्ता आप सरकार के दमन के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा और जवाब देगा। (मुख्यमंत्री) भगवंत मान की हताशा ने साबित कर दिया है कि वह शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं के बढ़ते हौसले से घबरा गए हैं।’’

इससे पहले बादल ने ‘एक्स’ पर दावा किया था कि मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करने मोहाली जा रहे कई अकाली कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

पार्टी के अनुसार, अमृतसर, ब्यास और अन्य स्थानों पर उसके कई कार्यकर्ताओं को उनके आवासों पर ‘हिरासत’ में लिया गया है।

बादल ने लिखा, ‘‘भगवंत मान ने पंजाब में अघोषित आपातकाल लगा दिया है। आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा झूठे मामले में फंसाए गए बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए आज मोहाली जा रहे अकाली कार्यकर्ताओं को उनके घरों में ही हिरासत में लिया जा रहा है और यहां तक ​​कि सभी प्रमुख सड़कों पर लगाए गए नाकों पर भी उन्हें रोका जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे दमनकारी कृत्यों से कायरता की बू आती है। यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बिक्रम सिंह मजीठिया के लिए बढ़ते समर्थन से घबरा गए हैं।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अकाली दल और उसके कार्यकर्ता ऐसी दमनकारी हरकतों से नहीं डरेंगे। अतीत में भी अकालियों ने जन आंदोलनों के माध्यम से दमन का मुकाबला किया है।’’

बादल ने कहा, ‘‘अब हम पंजाबियों के समर्थन से भ्रष्ट और तानाशाही वाले शासन को करारा सबक सिखाएंगे।’’

सतर्कता ब्यूरो ने 25 जून को मजीठिया को 540 करोड़ रुपये से अधिक के ‘मादक पदार्थ से संबंधित धन’ को सफेद करने में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार किया था।

उन्हें 26 जून को मोहाली की एक अदालत ने सात दिन की सतर्कता रिमांड पर भेज दिया था।

मजीठिया के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में सतर्कता ब्यूरो ने दावा किया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि 540 करोड़ रुपये से अधिक के ‘ड्रग मनी’ को कई तरीकों से सफेद किया गया था और कथित तौर पर मजीठिया ने इसमें मदद की थी। मजीठिया के खिलाफ प्राथमिकी पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल द्वारा 2021 के एक मादक पदार्थ मामले में की जा रही जांच पर आधारित है।

साल 2021 में मजीठिया पर स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ तत्व (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। यह कार्रवाई मादक पदार्थ रोधी विशेष कार्य बल की 2018 की रिपोर्ट के आधार पर की गई थी।

मजीठिया ने पांच महीने से अधिक समय पटियाला जेल में बिताया। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वह अगस्त 2022 में जेल से बाहर निकले।

भाषा वैभव मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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