जयपुर, 12 फरवरी (भाषा) राजस्थान सरकार ने अजमेर स्थित स्मारक किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम बदलकर महर्षि दयानंद मेमोरियल विश्रांति गृह कर दिया है। इसी तरह झील फॉय सागर का नाम भी बदलकर वरुण सागर किया गया है।
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष और अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी ने बुधवार को कहा कि अजमेर नगर निगम द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद झील और स्मारक का नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
देवनानी ने अजमेर में संवाददाताओं से कहा, ‘आजादी के बाद अजमेर में कई जगहों के नाम गुलामी के प्रतीक बने हुए थे। मेरे मन को ये बातें कई बार कचोटती भी थीं लेकिन हम इसको बदल नहीं पाए। 132 साल पुराना एक फॉय सागर बना हुआ था जिसका नाम एक अंग्रेज अभियंता के नाम पर रखा गया था। अब झील का नाम बदलकर जल के देवता वरुण के नाम पर रखा गया है।’
उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे झील पर वरुण देवता की प्रतिमा लगाई जाएगी और घाट भी बनाया जाएगा, जहां लोग बैठकर पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अजमेर के रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित 113 साल पुराने किंग एडवर्ड मेमोरियल भवन का नाम भी बदल दिया गया है। अब इसका नाम महर्षि दयानंद विश्रांति गृह रखा गया है। भवन का नामकरण मंगलवार को किया गया। अजमेर महर्षि दयानंद सरस्वती की निर्वाण स्थली है।
उन्होंने कहा, ”लगता है कि अब गुलामी के प्रतीक जा रहे हैं और मन को प्रेरणा देने वाले आजादी के प्रतीक आ रहे हैं।”
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पृथ्वी, रवि कांत रवि कांत
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